Asaduddin Owaisi On Muslim Education: ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम छात्र-छात्राओं के उच्च शिक्षा हासिल करने पर जोर दिया है. उन्होंने तेलंगाना के हैदराबाद में मुस्लिम छात्र-छात्राओं को किताबें वितरित करते हुए कहा कि मजलिस का अहम मकसद मुसलमानों को बेहतर शिक्षा और उच्च शिक्षा प्रदान करना है.


उन्होंने कहा, "जिन उर्दू मीडियम स्कूलों में मुस्लिम छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं, वह गरीब खानदान के बच्चे हैं. ऐसे बच्चों की मदद करना और उनकी हाई स्कूल तक की शिक्षा दिलवाना सालार-ए- मिल्लत ( सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी) की ख्वाहिश थी, ताकि वह आगे की पढ़ाई कर सकें."


उर्दू मीडियम के छात्रों को किताबें बांटी
ओवैसी ने बताया कि AIMIM ने इस साल मुसलमानों की तालीमी पसमांदागी (शैक्षिक पिछड़ापन) को दूर करने के लिए उर्दू मीडियम सरकारी स्कूलों में 8 हजार के करीब ऑल इन वन गाइड बांटी. इनको छापने 23 लाख से ज्यादा का खर्चा आया है. इन गाइड को हैदराबाद के अलावा तेलंगाना के अन्य इलाकों के उर्दू मीडियम सरकारी स्कूलों और मदरसों में बांटा जाएगा.


अब तक 1 लाख से ज्यादा छात्रों को बांटी गई किताबें
उन्होंने कहा कि अब तक पार्टी 1 लाख 14 हजार से ज्यादा छात्र -छात्रोंओं को यह किताबें बांटी चुकी है. हालांकि, कोविड के दौरान यह काम नहीं सका था. उन्हें उम्मीद है कि इन किताबों की मदद से मुस्लिम छात्र-छात्राएं एसएससी की तैयारी कर सकेंगे और इससे लाभ उठा सकेंगे.


छात्रों से की उच्च शिक्षा हासिल करने की अपील
इस दौरान ओवैसी ने सभी छात्र-छात्राओं से अपील की कि वह केवल हाई स्कूल के बाद अपने पढ़ाई ने छोड़ें, बल्कि आगे की पढ़ाई भी जारी रखें. AIMIM प्रमुख ने छात्रों से कहा कि वह हाई स्कूल के बाद इंटर की पढ़ाई करें और फिर डॉक्टर, इंजीनियर जैसे प्रोफेशनल कोर्स में जाएं या फिर ग्रेजुएशन करें, ताकि आप ताकतवर बन सकें. 


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