Exclusive: हिजाब और यूपी चुनाव...हर मुद्दे पर बोले ओवैसी, कश्मीरी पंडितों के विस्थापन पर कहा- जांच कमेटी बनाए सरकार
असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि नॉन कश्मीरी लोगों की जो हत्या आतंकियों ने की है उसकी भी तो आप बात कीजिए. उन्होंने कहा कि जम्मू के नरसंहार की बात भी होनी चाहिए.
कश्मीर फाइल्स फील्म और हिजाब को लेकर देशभर में बहस छिड़ी हुई है. इन्हीं मसलों पर एआईएमआईएम के चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने abp न्यूज़ से खास बातचीत की. ओवैसी ने कहा कि कितने कश्मीरी पंडित मारे गए कितने विस्थापित हुए इसको लेकर मोदी सरकार कमीशन क्यों नहीं बना देती? उन्होंने कहा कि क्या एक फिल्म देखकर मोदी सरकार को कश्मीरी पंडितों की तकलीफ याद आ रही है.
ओवैसी ने कहा कि मैंने लोकसभा में ये कहा कि मोदी सरकार इस बात के लिए एक कमेटी बना दे और जितने भी विस्थापित लोग हैं, उन्हें वापस लेकर आए. सरकार ये बता दे कि कितने कश्मीरी पंडितों का विस्थापन हुआ. ओवैसी ने ये भी कहा कि 1500 हिंदुओं की मौत पर कौन रोएगा.
ओवैसी ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि नॉन कश्मीरी लोगों की जो हत्या आतंकियों ने की है उसकी भी तो आप बात कीजिए. उन्होंने कहा कि जम्मू के नरसंहार की बात भी होनी चाहिए. देश के प्रधानमंत्री को 300 से ज्यादा सांसद हैं लोकसभा में, आपके गवर्नर वहां है, उसके बावजूद आपको फिल्म देखकर कश्मीरी पंडित की याद आ रही है. ओवैसी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के कश्मीरी पंडितों से अगर देश के प्रधानमंत्री को मुहब्बत है तो आप जांच कराकर कश्मीरी पंडितों को घाटी में वापस लेकर आइए. जांच कमेटी से ही कश्मीरी पंडितों को इंसाफ मिलेगा. ओवैसी ने कहा कि पिछले 7 साल में सरकार उन्हें क्यों वापस नहीं लाई.
क्यों कश्मीरी पंडितों को घर छोड़ने पड़े? इस पर ओवैसी ने कहा कि उस वक्त के गवर्नर और सरकार इसके लिए जिम्मेदार थी. कश्मीरी पंडितों का विस्थापन उस समय की सरकार की नाकामी है. क्या प्रधानमंत्री दिल्ली नरसंहार को भूल गए? क्या प्रधानमंत्री असम का नरसंहार भूल गए? उस पर कौन आंसू बहाएगा. कांग्रेस शासन में मुराबाद में फायरिंग हुई. इन सब मामलों की भी तो जांच होनी चाहिए. कश्मीर समस्या के लिए कौन जिम्मेदार? इस सवाल के जवाब में ओवैसी ने कहा कि लम्हों ने खता की, सदियों ने सजा पाई. ओवैसी बोले कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा मिलनी चाहिए. कश्मीर का कश्मीरी अपना सेब नहीं बेच सकता. बताइए कश्मीर में कितना निवेश हुआ. फार्मा से जुड़े लोगों को रेड हो रही है.
अलगाववादियों पर निशाना साधने में ओवैसी को डर लगता है? इस सवाल पर ओवैसी ने कहा कि मैं और डर एक साथ नहीं रह सकते हैं. ओवैसी और डर एक समंदर के दो किनारे हैं. देश की मुहब्बत में अलगाववादियों से मिला. सरकार ने डेलिगेशन में मुझे घाटी भेजा. बीजेपी को अपनी कश्मीर पॉलिसी साफ करनी चाहिए. बीजेपी सत्ता में है, बीजेपी हुकूमत भी है. मैं कभी फ्रस्टेटिड नहीं हूं. मैं बीजेपी की नाकामियों को जनता को बता रहा हूं. हिजाब पर फैसले से क्या परेशान थे? इस पर ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम लड़कियां यूनिफॉर्म के खिलाफ नहीं हैं. सेंट्रल स्कूलों में हिजाब की इजाजत है. ओवैसी ने कहा कि हमारा देश अलग-अलग फूलों को गुलदस्ता है. इसमें से दो फूल निकाल देंगे तो गुलदस्ता कहां रहेगा.
ओवैसी ने कहा कि मुझे मेरे वतन से मुहब्बत है, मुहब्बत रहेगी. उन्होंने कहा कि तीन तलाक से कोई खुश नहीं है. सिर्फ मुस्लिम मतदाताओं का वोट बीजेपी के लिए नहीं बढ़ा. ओवैसी ने कहा कि यूपी में सच्चाई और झूठ की लड़ाई हुई. क्या मैं कांग्रेस, सपा, क्या सबकी लैला हूं. ओवैसी ने कहा कि ओवैसी मोदी को नहीं हरा सकते. अखिलेश में 365 दिन की राजनीति करने की ताकत नहीं है. अखिलेश जमीन से जुड़े नेता नहीं हैं. हम 365 दिन के नेता हैं. हम हिस्सेदारी की लड़ाई लड़ रहे थे. हम ये कह रहे थे कि हम दूसरो के लिए दरी नहीं बिछाएंगे. मुस्लिम बहुत अच्छे से जानते हैं कि किसने किसको ठगा.
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