Asaduddin Owaisi: PM मोदी के बयान और चीन के रिएक्शन के बीच ओवैसी की एंट्री, जानें अब ड्रैगन को लेकर क्या बोले AIMIM चीफ
India-China Relations: भारत और चीन के बीच संबंधों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विदेशी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत के बीजिंग के साथ संबंध अहम हैं.

Asaduddin Owaisi on India-China Relations: चाइना-भारत के संबंधों को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी की ओर से कहा गया है कि दोनों देशों ने सीमा पर बने गतिरोध को सुलझाने के लिए 'बहुत सकारात्मक प्रगति' की है. दोनों पक्षों ने घनिष्ठ संचार बनाए रखा है. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग की ये टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल में दिए बयान को और अधिक बल देने वाली है. शुक्रवार (12 मार्च) को चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से दिए गए एक और बयान पर एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
एआईएमआईएम चीफ ओवैसी ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा है कि चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से पीएम मोदी और उनके अनुरोध को ठुकरा दिया है और उसको खारिज कर दिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि आखिर वो यह क्यों नहीं बताते हैं कि बॉर्डर पर लंबे समय से चली रही स्थिति क्या है? उन्होंने यह भी पूछा कि भारतीय सैनिक कितने क्षेत्रों में गश्त नहीं कर पा रहे हैं? ओवैसी ने अपनी पोस्ट के साथ एक खबर भी शेयर की है.
'सीमाओं पर कायम गतिरोध को तुरंत सुलझाने की जरूरत'
इस बीच देखा जाए तो दोनों देशों के बीच संबंधों को लेकर पीएम मोदी ने कहा है कि भारत के बीजिंग के साथ संबंध अहम हैं और सीमाओं पर लंबे समय से कायम गतिरोध के हालात को तुरंत सुलझाये जाने की जरूरत है. उन्होंने यह भी आशा जताई कि कूटनीतिक और सैन्य स्तरों पर सकारात्मक और रचनात्मक द्विपक्षीय जुड़ाव के जरिये दोनों देश अपनी सीमाओं पर शांति और स्थिरता बहाल करने और बनाए रखने में सक्षम होंगे.
भारत के बीजिंग के साथ संबंध महत्वपूर्ण- पीएम मोदी
चीन के विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह बात कही है. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग की ये टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान पर चीन की प्रतिक्रिया को और अधिक विस्तार से सामने लाती है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत के बीजिंग के साथ संबंध महत्वपूर्ण हैं और सीमाओं पर लंबे समय से कायम गतिरोध के हालात को तत्काल सुलझाया जाना चाहिए. न्यूजवीक पत्रिका को दिए एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने आशा जताई कि कूटनीतिक और सैन्य स्तरों पर सकारात्मक और रचनात्मक द्विपक्षीय जुड़ाव के जरिये दोनों देश अपनी सीमाओं पर शांति और स्थिरता बहाल करने और बनाए रखने में सक्षम होंगे.
'चीन और भारत दोनों के हित में हैं मजबूत और स्थिर संबंध'
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग की न्यूजवीक को दिए गए पीएम मोदी के इंटरव्यू पर किए गए एक सवाल का जवाब मीडिया ब्रीफिंग में देते हुए कहा कि सीमा मुद्दे के बारे में, मैं आपको बता सकती हूं कि चीन और भारत कूटनीतिक और सैन्य चैनलों के जरिये घनिष्ठ संचार बनाए हुए हैं और बहुत सकारात्मक प्रगति हुई है. प्रवक्ता ने कहा कि हम यह भी मानते हैं कि स्वस्थ चीन और भारत संबंध दोनों देशों के हितों की पूर्ति करते हैं. चीन का मानना है कि मजबूत और स्थिर संबंध चीन और भारत दोनों के हित में है.
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