Asaduddin Owaisi Attacked: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अपने घर पर हुए हमले को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अगर, किसी दिन कुछ बड़ा हो गया तो क्या करेंगे. ओवैसी ने कहा कि मेरा घर दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर और इलेक्शन कमीशन के ऑफिस के पास है. बावजूद इसके अगर, पुलिस इन आरोपियों को नहीं पकड़ना चाहती है. इस पर हम क्या कर सकते हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली स्थित अपने घर पर उपद्रवियों की गई कथित तोड़फोड़ पर कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. ऐसी चीजें इसलिए हो रही हैं क्योंकि नरेंद्र मोदी सरकार और खुद प्रधानमंत्री ने ऐसे लोगों को कट्टरपंथी बनाया है. जब प्रधानमंत्री खुद कहते हैं कि मुसलमान घुसपैठिए हैं और उन्हें उनके पहनावे से पहचानते हैं तो इससे ऐसे लोगों को हिम्मत मिलती है.
ये लोग यहूदी विचारधारा में विश्वास करते- ओवैसी
हैदराबाद लोकसभा सीट से एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि मेरे घर पर इजरायल का झंडा लगा दिया, जिससे पता चलता है कि ये लोग यहूदी विचारधारा में विश्वास करते हैं, एक ऐसी विचारधारा जिसने 40,000 लोगों की जान ली और गाजा में 12 लाख लोगों को घर से बेघर कर दिया गया. उन्होंने कहा कि अफसोस है कि दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर के पास मेरा घर है और इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया मेरे पड़ोसी है. बावजूद इसके पुलिस कहती है कि ऐसा कभी कभार हो जाता है.
दिल्ली पुलिस इन आरोपियों को नहीं पकड़ना चाहती?- ओवैसी
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जब दिल्ली पुलिस इन आरोपियों को नहीं पकड़ना चाहती है तो फिर हम क्या करेंगे. उन्होंने कहा कि जब सरकार बीजेपी पुलिस आपकी इसके बावजूद मेरे घर के सामने कई सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. ओवैसी ने कहा कि किसी दिन कुछ बड़ा हो गया तो क्या करेंगे?
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, गुरुवार रात यानि कि 27 जून को एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया था कि उनके घर पर कुछ लोगों ने हमला किया है. इस हमले से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. उनका कहना था कि एक अनजान शख्स ने उनके घर पर काली स्याही फेंकी है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो भी पोस्ट किया था.
जिसमें ओवैसी ने लिखा था कि आज कुछ "अज्ञात बदमाशों" ने मेरे घर पर काली स्याही फेंकी. अब मैं गिनती भूल गया हूं कि मेरे दिल्ली स्थित घर को कितनी बार निशाना बनाया गया. जब मैंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से पूछा कि उनकी नाक के नीचे यह सब कैसे हो रहा है तो उन्होंने अपनी बेबसी जाहिर की.