Lok Sabha Election: 'हैदराबाद सीट इत्तेहाद और कुर्बानियों की निशानी, AIMIM के लिए करें दुआ', असदुद्दीन ओवैसी ने क्यों की ऐसी अपील?
ओवैसी ने हैदराबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए AIMIM को वोट और दुआ देने की अपील की. ओवैसी ने कहा, हैदराबाद की संसदीय सीट इत्तेहाद की निशानी है. हैदराबाद आपके बुजुर्गों की कुर्बानियों की निशानी है.
Asaduddin Owaisi On Hyderabad: AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी तेलंगाना की हैदराबाद सीट से एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं. लोकसभा चुनाव के लिए ओवैसी हैदराबाद में चुनाव प्रचार में जुट गए हैं. हाल ही में एक रैली में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हैदराबाद की संसदीय सीट आपकी आवाज है और आपकी इत्तेहाद की निशानी है. इतना ही नहीं ओवैसी ने लोगों से उनकी पार्टी को वोट देने के साथ दुआ देने की भी मांग की.
ओवैसी ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी शेयर किया है. इसमें ओवैसी कहते हैं, ''हैदराबाद की संसदीय सीट इत्तेहाद की निशानी है. हैदराबाद की सीट आपके बुजुर्गों की कुर्बानियों की निशानी है. हैदराबाद हो, औरंगाबाद हो, किशनगंज हो या किसी और जगह से अगर AIMIM लड़ेगी, तो आपको AIMIM के लिए दुआ करनी है. अल्लाह का कर्म है कि उन्होंने हमें ऐसे रहनुमाओं से, नेताओं से नवाजा, उन्हें अल्लाह कामयाब रखे.''
Hyderabad ki parliament seat aap ki awaaz hai aur aap ke ittehad ki nishani hai pic.twitter.com/MJ3fcs511e
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) March 19, 2024
बीजेपी ने ओवैसी के खिलाफ किसे उतारा?
बीजेपी ने भी हैदराबाद सीट से अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है. ओवैसी के गढ़ में सेंध लगाने के लिए पार्टी ने इस सीट से डॉ माधवी लता (Dr. Maadhavi Latha) को उम्मीदवार बनाया है. माधवी लता विरिंची हॉस्पिटल की चेयरपर्सन हैं.
हैदराबाद सीट ओवैसी के परिवार का गढ़ रहा है. यहां 1984 से ओवैसी परिवार का कब्जा है. 1984 में असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाउद्दीन ओवैसी इस सीट से पहली बार सांसद चुने गए थे. इसके बाद से 2004 तक इस सीट से सांसद रहे. 2004 से यह सीट उनके बेटे असदुद्दीन ओवैसी के पास है. 2019 में ओवैसी ने इस सीट से बीजेपी के डॉ भगवंत राव को हराया था. तब ओवैसी को 517,471 जबकि बीजेपी उम्मीदवार राव को 235,285 वोट मिले थे.