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Asaduddin Owaisi: 'लव तो लव है, इसमें कोई जिहाद नहीं', असदुद्दीन ओवैसी का हिमंत बिस्वा सरमा पर निशाना
Asaduddin Owaisi News: असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि श्रद्धा हत्याकांड पर बीजेपी की राजनीति पूरी तरह से गलत है. ये लव जिहाद का मामला नहीं है.
Asaduddin Owaisi On Love Jihad: एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा सहित अन्य बीजेपी नेताओं पर श्रद्धा हत्याकांड को धार्मिक एंगल देने का आरोप लगाया है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने शनिवार (10 दिसंबर) को कहा कि श्रद्धा हत्याकांड "लव जिहाद" के बारे में नहीं है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हिमंत बिस्वा को यह बात समझनी चाहिए, वह एक मुख्यमंत्री हैं. लव तो लव है, जिहाद नहीं है. लव जिहाद शब्द पूरी तरह से आपत्तिजनक है. वह इसके खिलाफ कानून क्यों ला रहे हैं? वह असम में नफरत पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. हिमंत बिस्वा सरमा ने हाल ही में खत्म हुए दिल्ली नगर निगम चुनाव और गुजरात चुनाव के दौरान दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड को लव जिहाद का मामला बताया था.
असदुद्दीन ओवैसी ने और क्या कहा?
हिमंत बिस्वा सरमा ने लव जिहाद के खिलाफ एक कड़े कानून की मांग की थी. लव जिहाद शब्द का इस्तेमाल अक्सर बीजेपी और हिंदू दक्षिणपंथी नेता करते हैं. असदुद्दीन ओवैसी ने आजतक से कहा कि मैंने बीजेपी नेताओं से लव जिहाद पर डेटा उपलब्ध कराने के लिए भी कहा, लेकिन उन्होंने संसद में कोई डेटा नहीं दिया.
असदुद्दीन ओवैसी ने पहले कहा था कि इस मुद्दे (श्रद्धा हत्याकांड) पर बीजेपी की राजनीति पूरी तरह से गलत है. ओवैसी ने कहा था कि ये लव जिहाद का मुद्दा नहीं है, बल्कि एक महिला के खिलाफ शोषण और दुर्व्यवहार का है. इसे इसी तरह देखा जाना चाहिए और इसकी निंदा की जानी चाहिए.
वोट काटने के आरोपों को किया खारिज
ओवैसी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में वोट काटने के आरोपों को भी खारिज किया और कहा कि बीजेपी इसलिए जीत रही है क्योंकि उसके पास हिंदू वोट ज्यादा हैं. ओवैसी ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीतिक लड़ाई अब इस बात की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बड़ा हिंदू कौन है.
एआईएमआईएम (AIMIM) के प्रमुख ने कहा कि बीजेपी जीत रही है क्योंकि उन्हें अधिक हिंदू वोट मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी तेलंगाना, हैदराबाद या केरल जैसे राज्यों में कभी प्रवेश नहीं करेगी. बीजेपी का स्पष्ट रूप से मुस्लिम समुदाय से कोई संबंध नहीं है.
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