नरेंद्र मोदी ने मुसलमान को हाशिए पर डाला, खुद के लिए मस्जिदें रखें आबाद- हिटलर का जिक्र छेड़ ओवैसी का वार
Asaduddin Owaisi On PM Modi: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद इस पर राजनीति भी जमकर हो रही है. इसी क्रम में असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर हमला किया.
Asaduddin Owaisi On Muslims: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार (18 फरवरी) को महाराष्ट्र के अकोला में एक रैली में मुसलमान, मस्जिद और हिटलर का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया. उन्होंने कहा कि जैसा हिटलर के जमाने में यहूदी महसूस करते थे ठीक वैसा ही आज के समय में देश के मुसलमान करते हैं.
उन्होंने कहा, “मैं दिल्ली में बैठे चौधरियों को बताना चाहूंगा कि आज अगर नरेंद्र मोदी जीतते हैं तो मुसलमान की वजह से नहीं उन्होंने अपनी छवि बना ली है हिंदू हृदय सम्राट की. वह सभी मेजॉरिटी कम्युनिटी को एक करने की कोशिश कर रहे हैं. नरेंद्र मोदी ने भारत की सियासत में मुसलमान को मार्जिनलाइज्ड करके रख दिया.”
‘अपनी मस्जिदों को रखो आबाद’
एआईएमआईएम चीफ ने इस रैली में आगे कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने आस्था के आधार पर फैसला देकर पूरे मुल्क को यह पैगाम दे दिया कि आस्था बड़ी है और एविडेंस को नहीं देखा जाएगा. मैं आपसे अपील कर रहा हूं कि खुद के लिए अपनी अपनी मस्जिदों को आबाद रखो.”
बाबरी मस्जिद को लेकर उन्होंने कहा, “आज हम देख रहे हैं ज्ञानवापी मस्जिद में क्या हो रहा है, प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी कहती है कि 22 जनवरी इस मुल्क का तारीखी दिन था, मैंने पार्लियामेंट में इस बात को रखा कि अगर 22 जनवरी तारीखी दिन था तो इसकी बुनियाद 6 दिसंबर 1992 को रखी गई. अगर 22 जनवरी तारीखी ही दिन था तो इसकी बुनियाद 1986 में ताले खोल कर रखी गई. अगर वह तारीखी दिन था तो जीबी पंत ने उसमें मूर्तियां रखकर 22 जनवरी को तारीखी दिन बनाया.”
'हमसे मस्जिद छीनने की हो रही कोशिश'
“यह कौन सी मोहब्बत है की मस्जिद को हमसे छीनने की पूरी कोशिश की जा रही है. दिल्ली में एक 500 साल पुरानी मस्जिद को बगैर किसी नोटिस के शहीद कर दिया गया. 600 साल पुरानी मस्जिद और कब्रिस्तान को भी शहीद कर दिया गया. हम यही पूछना चाहते हैं कि इस मुल्क में बीजेपी क्या करना चाहती है.”