Asaduddin Owaisi Statement: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सुप्रीमो और सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को लेकर बयान दिया. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (BJP) से निलंबित नेता नूपुर शर्मा 2024 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली से चुनाव लड़ती हैं तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा.
ओवैसी ने कहा कि मैं कह रहा हूं- "बीजेपी ने उनको भारी विरोध के कारण निलंबित किया था. वो पक्का वापस आएंगी और बीजेपी के लिए चुनाव लड़ेंगी.
ओवैसी बोले- 'दिल्ली से उम्मीदवार हो सकती हैं नूपुर'
गौरतलब है कि नूपुर शर्मा सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय प्रवक्ता थीं. जून 2022 में एक समाचार चैनल पर एक बहस के दौरान मुसलमानों के आराध्य पैगंबर मोहम्मद पर उनकी कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी के लिए उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता ओवैसी का कहना है कि नूपुर शर्मा को सजा देने के बजाए, बीजेपी दिल्ली से उसे अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है.
'वो BJP में पक्का वापस आएंगी'
ओवैसी ने नूपुर शर्मा के खिलाफ भाजपा की कार्रवाई पर न्यूज सोमवार, 9 जनवरी को सवाल उठाए और कहा, "वह निश्चित रूप से वापस आएंगी और भाजपा के लिए चुनाव लड़ेंगी." ओवैसी ने कहा, "बीजेपी निश्चित रूप से उनका इस्तेमाल करेगी. अगर उन्हें लोकसभा चुनाव में दिल्ली से उम्मीदवार बनाया जाता है तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा."
नूपुर शर्मा के बयान के बाद हुई थी हिंसा
2022 में एक न्यूज चैनल की डिबेट में नूपुर शर्मा के बयान के बाद इस्लामिक अनुयायी भड़क गए थे. देश-विदेश में कई हिंसक घटनाएं हुईं. देश में एक 54 वर्षीय रसायनज्ञ उमेश कोल्हे की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड पर जांचकर्ताओं ने माना कि कोल्हे की हत्या नूपुर का समर्थन करने वाली सोशल मीडिया पोस्ट के प्रतिशोध में की गई थी. कोल्हे ने मई में नूपुर द्वारा पैगंबर पर दिए गए बयानों का समर्थन किया था.
'सर तन से जुदा' जैसे नारे लगाना गलत
इसी प्रकार राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी को गला काटकर मार डाला गया. हत्यारों ने घटना का वीडियो भी बनाया था और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. इस मामले पर अभी ओवैसी ने कहा, "उदयपुर में सिर कलम करने जैसी घटनाओं की निंदा की जानी चाहिए. मैं 'सर तन से जुदा' जैसे नारों के खिलाफ हूं. मैं इसकी खुले तौर पर निंदा करता हूं. इस तरह के बयान से हिंसा भड़कती है. मैं हिंसा के खिलाफ हूं."
'नूपुर ने पहले भी विवादित टिप्पणी की थी'
ओवैसी ने हालांकि सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार कितने दिनों में नूपुर के बयानों पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "यह पहली बार नहीं है जब नूपुर शर्मा एक टेलीविजन चैनल पर आई थीं. उन्होंने पहले भी एक हिंदी समाचार चैनल पर विवादित टिप्पणी की थी." ओवैसी ने कहा, ''मैं उनके खिलाफ दी जाने वाली धमकियों के भी खिलाफ हूं, चाहे वह जो भी हो.''
'उन्होंने अपने बयान पर माफी नहीं मांगी'
यह कहने पर कि नूपुर ने अपना बयान वापस तो ले लिया था, उन्होंने अपने ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा कि उनका इरादा किसी को चोट पहुंचाना नहीं था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, ओवैसी ने कहा, "उन्होंने कब माफी मांगी? उन्होंने इससे इनकार किया लेकिन माफी नहीं मांगी, मैं कह रहा हूं कि कोई स्पष्ट माफी नहीं मांगी गई."ओवैसी बोले कि इसके बजाय, एक वीडियो यह सामने आया, जिसमें उसने कहा कि अमित शाह ने 'हम आपके साथ हैं' कहकर उसे विश्वास दिलाया है. उसने बीजेपी नेताओं के नाम लिए." .
ओवैसी ने कहा, "एक अंतरराष्ट्रीय समूह द्वारा उसके सिर पर इनाम रखा गया है. मैं इस इनाम की निंदा करता हूं. मगर मैं यह भी कह रहा हूं कि बीजेपी उसे हटाएगी नहीं, उसे चुनाव में उतारा जा सकता है."
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