Siwan Stone Pelting: मुसलमानों की कितनी नस्लों को देनी होगी कुर्बानी? 8 साल के बच्चे की गिरफ्तारी पर बोले असदुद्दीन ओवैसी
Eight Year Old Child Arrested: सिवान में बीते गुरुवार की देर शाम महाबीरी मेला जुलूस के दौरान जम कर दोनों तरफ से पत्थर चलाये गए थे. इस मामले में आठ साल के बच्चे को भी गिरफ्तार किया गया है.
Bihar News: बिहार के सिवान में दो गुटों में आपसी झड़प मामले में 8 साल के बच्चे को जेल भेज देने के बाद से AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM chief Asasuddin Owaisi) लगातार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने फिर से ट्वीट कर इस मामले की निंदा की है. ओवैसी ने कहा कि 8 साल के रिजवान और 70 साल के यासीन कैद हैं. लालू प्रसाद ने 1990 में आडवाणी को 'गिरफ्तार' कर गेस्ट हाउस भेजा था. इस 'एहसान' को चुकाने के लिए भला मुसलमानों को कितनी नस्लों की कुरबानी देगी होगी?
सिवान के बड़हरिया पुरानी बाजार में गुरुवार की देर शाम महाबीरी मेला जुलूस के दौरान जम कर दोनों तरफ से पत्थर चलाये गए थे. जिसके बाद वहां का माहौल खराब हो गया था. पत्थरबाजी के बाद दूसरे पक्ष के द्वारा किसी व्यक्ति की गुमटी को आग के हवाले कर दिया गया था. इस मामले में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें एक आठ साल का बच्चा और 70 साल का बुजुर्ग भी शामिल हैं.
8 साल के रिज़वान और 70 साल के यासीन क़ैद हैं।@laluprasadrjd ने 1990 में अडवाणी को “गिरफ़्तार” कर गेस्ट हौज़ भेजा था।इस “एहसान” को चुकाने भला मुसलमानों को कितने नस्लों की क़ुरबानी देगी होगी? लालू के लाल एहसान जताते-जताते मंत्री बन गए, लेकिन हमारे बच्चे और बुजुर्ग...?@yadavtejashwi pic.twitter.com/AA9YnYtEYI
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 11, 2022
इस मामले में एसपी शैलेश कुमार ने बताया कि 35 लोगों पर नामजद एफआईआर, 100 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर और दोनों पक्षों की तरफ से कुल 20 गिरफ्तारी हुई है. जिसमें एक आठ साल का मुस्लिम बच्चा भी शामिल है. अब मुस्लिम समुदाय के लोग बार-बार यह सवाल प्रशासन से पूछ रहे हैं कि उस नन्हें बच्चे का क्या कसूर है. 8 साल के मुस्लिम बच्चे को जेल भेज देने के बाद से AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार पर कड़ा प्रहार किया है.
'नीतीश कुमार के राज में बच्चे महफूज नहीं'
इससे पहले भी उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि नीतीश कुमार के राज में बच्चे भी महफूज नहीं हैं. उन्हें कोर्ट में रस्सी से बांधकर पेश किया जाता है. दंगाइयों को पकड़ने के बजाय पुलिस मुसलमान बच्चों को निशाना बना रही है. पुलिस कर्मियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए और बच्चे के घर वालों को मुआवजा मिलना चाहिए. अब उन्होंने इसके बाद एक और ट्वीट किया है.
इस बार उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 1990 में अडवाणी को “गिरफ़्तार” कर गेस्ट हाउस भेजा था. इस “एहसान” को चुकाने भला मुसलमानों को कितने नस्लों की क़ुरबानी देगी होगी? लालू के लाल एहसान जताते-जताते मंत्री बन गए, लेकिन हमारे बच्चे और बुजुर्गों का क्या होगा ?
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