Air Chief Marshal Vision on Logistics: रूस-यूक्रेन जंग के बीच वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी (Air Chief Marshal VR Chaudhari) ने साफ तौर से कहा है कि एयरफोर्स को बेहद छोटे लेकिन घातक युद्ध के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए. साथ ही उन्होने कहा कि पूर्वी लद्दाख में चल रहे गतिरोध की तरह ही लंबे समय तक चलने वाले विवाद के लिए भी तैयार रहना होगा. वायुसेना प्रमुख गुरुवार को एक सेमिनार को संबोधित कर रहे थे. लॉजिस्टिक पर आधारित इस सेमिनार का थीम था 'लॉजिसैम वायु 2022'. चीन के प्रसिद्ध रणनीतिकार सन तू को उल्लेखित करते हुए एयर चीफ मार्शल ने कहा कि 'अव्यवस्था और व्यवस्था के बीच सिर्फ लॉजिस्टिक का ही अंतर होता है.


अव्यवस्था और व्यवस्था के बीच सिर्फ लॉजिस्टिक का अंतर- वायुसेना प्रमुख


यूक्रेन के खिलाफ जंग में रुसी सेना को लॉजिस्टिक की समस्याओं के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ा है. यही वजह है कि वी आर चौधरी ने अपने संबोधन मे लॉजिस्टिक सप्लाई चेन पर खासा जोर दिया. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हालिया अनुभव बताता है कि तनावपूर्ण वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए हमें हर समय तैयार रहना होगा. फिर चाहे वो बेहद तीव्रता वाले छोटे ऑपरेशन हो या फिर लंबे विवाद. उन्होनें अपने संबोधन में रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने पर भी खासा जोर दिया.


राजनाथ सिंह ने सैन्य साजो सामान के लिए आत्मनिर्भर होने पर दिया जोर


उधर, गुरुवार को ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नौसेना के कमांडर्स कॉन्फ्रेंस (25-28 अप्रैल) के समापन समारोह पर संबोधित करते हुए रुस-यूक्रेन जंग का जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने सेनाओं को हथियार और दूसरे सैन्य साजो सामान के लिए आत्मनिर्भर होने को लेकर तवज्जो दी. उन्होंने बताया कि इस समय नौसेना के जिन 41 युद्धपोतों और पनडुब्बियों के निर्माण का कार्य चल रहा है. उनमें से 39 स्वदेश में ही बन रहे हैं. रक्षा मंत्री ने सशस्त्र सेनाओं के एकीकरण पर जोर देते हुए कहा कि नौसेना मेरीटाइम थियेटर कमांड पर भी काम कर रही है.


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