5वीं पीढ़ी का एयरक्राफ्ट भारत में बनाने का निर्णय ले लिया गया- वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल
एयर चीफ मार्शल आरके सिंह भदौरिया ने कहा, इस एक साल में हमने भी कदम उठाए हैं और काम किया है. हमारी क्षमता जो एक साल पहले थी आज उससे कहीं ज्यादा है.
हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के डुंडीगल में वायुसेना अकादमी में कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड चल रही है. यहां वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरके सिंह भदौरिया ने बताया है कि 5वीं पीढ़ी का एयरक्राफ्ट भारत में बनाने का निर्णय ले लिया गया है. एयर चीफ मार्शल ने कहा, "इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड पर चर्चा चल रही है. क्षमता बढ़ाने के लिहाज से राफेल और LCA के बाद हमने 2-3 बड़े कदम उठाए हैं उसमें AMCA का सबसे बड़ा है. 5वीं पीढ़ी का एयरक्राफ्ट जो देश में बनेगा उसका निर्णय ले लिया गया है. इसे DRDO करेगा. वायुसेना में निर्धारित समयानुसार 2022 तक 36 राफेल विमान शामिल किए जाएंगे."
वायुसेना अकादमी में कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड के बारे में एयर चीफ मार्शल ने कहा, "वास्तव में यह दिन आप में से हर व्यक्ति द्वारा दिखाए गए धैर्य और दृढ़ संकल्प का एक महान वसीयतनामा है. आज के दिन से आपका कर्तव्य होगा कि आप मूल मूल्यों को जिएं और निस्वार्थता और बलिदान के माध्यम से अपनी गौरवशाली परंपरा को बनाए रखें."
भारत-चीन मुद्दों पर प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरके सिंह भदौरिया ने कहा, 'एक साल पहले जब ये हुआ था हमने तैनाती की थी. उसके बाद एक साल में हमारी ताकत को कम करने का तो सवाल ही पैदा नहीं है. इस एक साल में हमने भी कदम उठाए हैं और काम किया है. हमारी क्षमता जो एक साल पहले थी आज उससे कहीं ज्यादा है.'
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