हिंडन: वायुसेना प्रमुख बी. एस. धनोआ ने सोमवार को कहा कि सेनाबल किसी भी स्थिति का मुकाबला करने के लिए ‘‘हमेशा तैयार’’ है. उन्होंने कहा कि 36 राफेल विमानों और एस-400 मिसाइल सिस्टम से सेनाबल की क्षमता में बढ़ोतरी होगी. धनोआ ने ये बातें वायुसेना के 86वें स्थापना दिवस पर कहीं.
हिंडन पर वायुसेना कर्मियों को संबोधित करते हुए एयर चीफ मार्शल धनोआ ने कहा कि वायु सीमा की सुरक्षा एक ऐसा क्षेत्र है जहां सेनाबल को लगातार अपनी नजर रखने की जरूरत है क्योंकि ‘‘शांति काल में विमानों का नुकसान होना न केवल खर्चीला है बल्कि युद्ध के समय में हमारी क्षमताओं में कमी आना भी है.’’
वायुसेना पिछले कुछ सालों से अपने प्रमुख विमानों और सैन्य हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटनाओं से जूझ रही है. वायुसेना अध्यक्ष ने कहा कि वायुसेना के चालक दल और तकनीशियन्स को यथासंभव बेहतर प्रशिक्षण देकर मानव खामियों को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि वर्तमान पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के साथ ही पुराने विमानों तथा हथियार प्रणाली की चुनौतियों को पूरा किया जा सके.
वायुसेना ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने को हमेशा तैयार है-धनोआ
धनोआ ने वायुसेना दिवस पर यहां कहा, ‘‘वायुसेना ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने को हमेशा तैयार है जो हमारे देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करती हो. बीते साल में वायुसेना की शक्ति में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है और इसने कई उपलब्धियां हासिल की हैं.’’ उन्होंने कहा कि वायुसेनाकर्मियों का कर्तव्य है कि युद्ध के लिए हमेशा तैयार रहें और अल्पावधि नोटिस पर किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए युद्ध प्रणाली को तैयार रखें.
उन्होंने कहा, ‘‘36 राफेल विमानों, एस-400 मिसाइल प्रणालियों, अपाचे युद्धक हेलीकॉप्टर और चिनूक मालवाहक हेलीकॉप्टर हमारी क्षमताओं में और बढ़ोतरी करेंगे.’’ उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक तेजस युद्धक विमानों को हथियारों के बेड़े में शामिल करना भारतीय वायुसेना के आधुनिकीकरण कार्यक्रम का हिस्सा हैं.
भारत और रूस के बीच एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम सौदे पर हस्ताक्षर
भारत और रूस के बीच पिछले हफ्ते कई अरब डॉलर के एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम सौदे पर हस्ताक्षर हुए थे. राफेल जेट को खरीदने का सौदा फ्रांस के साथ 2016 में हुआ था. धनोआ ने पिछले हफ्ते 36 राफेल विमानों और एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की खरीद को वायुसेना के लिए अत्यावश्यक ‘‘क्षमता संवर्द्धन’’ करार दिया था.
वायुसेना के अभ्यास ‘गगनशक्ति’ में धनोआ ने कहा कि इसने संचालन क्षमताओं और बल की तैयारियों को दर्शाया है जिसमें 14 हजार अधिकारियों और 14 हजार कर्मियों ने हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि अभ्यास के दौरान 11 हजार से अधिक बार विमानों ने उड़ानें भरीं जिसमें करीब नौ हजार से अधिक बार युद्धक विमानों ने उड़ानें भरीं.
शांति काल के दौरान वायुसेना की भूमिकाओं का जिक्र
शांति काल के दौरान वायुसेना की भूमिकाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस वर्ष केरल में बाढ़ के दौरान वायुसेना के 23 विमानों और 25 हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाया गया. भारतीय वायुसेना के गरूड़ कमांडो फोर्स को कश्मीर घाटी में आतंकवाद निरोधक अभियानों के लिए छह वीरता पदक मिले.
फरवरी 2017 में गठित इकाई संख्या 617 को सफल अभियानों के लिए एक अशोक चक्र, तीन शौर्य चक्र और दो वायुसेना पदक हासिल हुए. इकाई को प्रतिष्ठित वायुसेना प्रमुख का प्रशस्ति पत्र भी हासिल हुआ जबकि इसके कमांडिंग ऑफिसर स्क्वेड्रन लीडर राजीव चौहान को वायुसेना पदक से सम्मानित किया गया.