नई दिल्ली: केरल के कोझिकोड एयरपोर्ट पर ​हुए विमान हादसे की जांच जारी है. एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की टीम फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बरामद कर जांच कर रही है. जांच में पता चला है कि ये हादसा टचडाउन में देरी की वजह से हुआ. साथ ही बारिश हो रही थी, जिस वजह से विमान फिसल गया.


नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के महानिदेशक अनिल कुमार ने कहा, "शुरुआती जांच में पता चला है कि टचडाउन लेट हुआ. 3000 फीट के बाद टचडाउन हुआ, जो लेट टचडाउन है और हल्की बारिश भी हो रही थी जिसके बाद विमान फिसल गया. रनवे और सेफ्टी एरिया को भी क्रास कर गया और 10 फीट नीचे गया."


डीजीसीए ने त्रुटियों को लेकर कोझिकोड एयरपोर्ट को दिया था नोटिस
विमानन नियामक डीजीसीए ने कोझिकोड एयरपोर्ट के कई स्थानों पर 'सुरक्षा संबंधी विभिन्न बड़ी त्रुटियां' पाए जाने के बाद पिछले साल 11 जुलाई को हवाई अड्डा निदेशक को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. नागर विमानन महानिदेशालय ने रनवे पर दरारें होने, पानी रुकने और अत्यधिक रबड़ एकत्र होने समेत कई खामियों का कारण बताओ नोटिस में जिक्र किया था.


सऊदी अरब के दम्माम से आए एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान का पिछला हिस्सा पिछले साल दो जुलाई को कोझिकोड हवाईअड्डे पर उतरते समय रनवे से टकरा गया था. इस हादसे के बाद डीजीसीए ने निरीक्षण किया था. इसके करीब एक साल बाद शुक्रवार शाम को भी एयर इंडिया एक्सप्रेस का दुबई से आया विमान भारी बारिश के कारण कालीकट हवाई अड्डे पर रनवे से फिसलकर खाई में गिरने के बाद दो टुकड़ों में टूट गया. इस हादसे में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई.


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