Air Pollution In India: दिल्ली-एनसीआर में वायु की खतरनाक गुणवत्ता पर भले ही हल्की बारिश ने मामूली राहत पहुंचाई हो लेकिन आने वाले दिनों में एक्यूआई को लेकर वैज्ञानिक बेहद आशान्वित दिख रहे हैं. उनका कहना है कि पंजाब में भी पराली जलाने की घटनाएं कम हो रही हैं, दिल्ली में भी बारिश हो गई है, इससे दीपावली के बाद एक्यूआई कम होने की संभावना है. 


पंजाब में पराली जलाने के मामले गुरुवार (9 नवंबर 2023) को 23,620 के आंकड़े को छू गए. विशेषज्ञों ने बताया कि दिवाली के बाद मामलों में कमी आने की उम्मीद है, राज्य में पिछले साल (15 सितंबर से 9 नवंबर के बीच) 34,868 मामले सामने आए थे. 2021 में इसी अवधि के दौरान खेत में आग लगने के 47,409 मामले आए थे.


'पराली प्रदूषण का एक बड़ा कारण'
शीर्ष अदालत की पीठ ने मुख्य सचिव की समग्र निगरानी में संबंधित स्थानीय एसएचओ को भी फसल अवशेष जलाने से रोकने के लिए जिम्मेदार बनाया था. अक्टूबर और नवंबर में राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के स्तर में खतरनाक वृद्धि के पीछे पंजाब और हरियाणा में धान की पराली जलाना एक कारण माना जाता है. उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद, पंजाब पुलिस प्रमुख ने बुधवार को पुलिस अधिकारियों को राज्य में पराली जलाने से रोकने के लिए नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर काम करने को कहा था.


पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा घोषित आदेश की अवज्ञा) के तहत मामले दर्ज किये. कार्रवाई के दौरान दोषी किसानों के खिलाफ 88.23 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया. अधिकारियों ने बताया कि शीर्ष अदालत के निर्देशों के बारे में जागरूक करने के लिए एसएओ द्वारा गांव के सरपंचों के साथ 1,309 बैठकें की गईं. अधिकारियों ने बताया कि पराली जलाने पर निगरानी रखने के लिए पुलिस और नागरिक अधिकारियों के 638 उड़नदस्ते बनाए गए हैं.


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