राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली मे प्रदूषण का स्तर दिन-प्रतिदिन खराब होता जा रहा है. बुधवार सुबह यहां वायु गुणवत्ता ‘‘बहुत खराब’’ से ‘‘गंभीर’’ की श्रेणी में आ गई. राष्ट्रीय राजधानी का एक्यूआई 15 नवंबर तक ‘‘गंभीर’’ की श्रेणी में था लेकिन इसके बाद इसमें सुधार आया और यह 22 नवंबर तक ‘खराब’ अथवा ‘मध्यम’’ की श्रेणी में रहा.
401 से 500 के बीच एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ऐप समीर के अनुसार शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 401 रहा. मंगलवार को एक्यूआई 388, सोमवार को 302, रविवार को 274,शनिवार को 251 , शुक्रवार को 296 और बृहस्पतिवार को 283 रहा. उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.
बुधवार को एक्यूआई में सुधार के आसार
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की निगरानी प्रणाली सफर के अनुसार बुधवार को एक्यूआई में सुधार के आसार हैं. सफर के मुताबिक मंगलवार को प्रदूषण में पराली की हिस्सेदारी पांच फीसदी रही थी. इस दौरान पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की करीब 189 घटनाएं दर्ज की गई. बता दें कि मंगलवार को हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम में हो गई थी, जबकि स्पीड कम रही. इस कारण प्रदूषण बढ़ा. गौरतलब हैक राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की भयावह होती स्थिति ने लोगों को डरा दिया है. एक तरफ कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा तो दूसरी तरफ प्रदूषण भी लोगों को बीमार बना रहा है.
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