अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘’प्रदूषण से निपटने के लिए हम सबकों मिलकर समाधान निकालना होगा. आज हमारी चर्चा बहुत सार्थक हुई है और ये प्रदूषण से निपटने की एक शुरुआत है.’’ उन्होंने कहा, ‘’इस परेशानी से निपटने के लिए हम कड़े से कड़े कदम उठाने के लिए तैयार हैं.’’
बता दें कि हर साल सर्दी के दौरान क्षेत्र में जहरीली धुंध छाने के लिए पंजाब और हरियाणा के किसानों के पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. अरविंद केजरीवाल ने पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने का समाधान खोजने के लिए हरियाणा और पंजाब के अपने समकक्षों के साथ बैठक की इच्छा जताई थी.
केजरीवाल ने हाल में कहा था कि केंद्र, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली सरकारों को राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार रखना चाहिए और पराली जलाए जाने के स्थायी समाधान के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए.
आपको यह बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री अरमिंदर सिंह ने केजरीवाल के साथ बैठक से इनकार करते हुए कहा था, ''आम आदमी पार्टी (आप) के नेता दिल्ली में प्रदूषण रोकने की अपनी सरकार की नाकामी से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसका ऑड-ईवन योजना को लेकर राष्ट्रीय हरित अधिकरण की प्रतिक्रिया ने खुलासा कर दिया है.''
अरमिंदर सिंह ने यह भी कहा कि केजरीवाल से मुलाकात करना व्यर्थ है और उन्होंने जोर दिया कि पराली जलाने के मामले को केंद्र को सुलझाना चाहिए.