नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को वायु गुणवत्ता एक बार फिर ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में आ गई. दिल्ली में हल्की बारिश के बाद नमी के बढ़ने से ऐसा हुआ है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. बता दें कि पिछले तीनों से दिल्ली के लोगों को प्रदूषण से थोड़ी राहत थी लेकिन गुरुवार को नमी बढ़ने से प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ गया है.


मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि भारी नमी और हल्की हवाओं के चलते प्रदूषकों का फैलाव बढ़ा और इसके चलते अधिक संख्या में द्वितीयक कणों के निर्माण को बढ़ावा मिला. द्वितीयक कण वे हैं जो प्राथमिक प्रदूषकों और अन्य वायुमंडलीय घटकों जैसे सल्फर-डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के साथ जटिल रासायनिक प्रभाव से पैदा होते हैं. ये वायुमंडलीय घटक आग जलने और वाहनों के धुएं से निकलते हैं. द्वितीयक कणों में सल्फेट्स, नाइट्रेट्स, ओजोन और ऑर्गेनिक एरोसोल शामिल हैं.


वायु गुणवत्ता सूचकांक 309 के स्तर पर


बता दें कि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गुरुवार शाम चार बजे 309 था. दिल्ली से सटे नोएडा में एक्यूआई 366, गाजियाबाद में 365, ग्रोटर नोएडा में 352 और फरीदाबाद 342 दर्ज गई. आपको जानकारी दें कि एक्यूआई 0-50 के बीच 'अच्छा', 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है.


ठंड के दिनों में हल्की बारिश से नुकसान 


सरकार के वायु गुणवत्ता निगरानी और पूर्वानुमान सेवा ‘सफर’ के प्रमुख गुफरान बेग ने कहा कि ठंडे मौसम में छिटपुट बारिश हमेशा ही नुकसानदेह होती है क्योंकि इससे नमी बढ़ती है, जिससे द्वितीयक कण की मात्रा बढ़ती है. हालांकि, मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा और पंजाब में अच्छी बारिश हुई है, इससे दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने का प्रभाव कम होगा. नासा की उपग्रह से ली गई तस्वीर में पराली जलाने की संख्या में कमी दिखायी दी. विशेषज्ञों ने बताया कि आज शाम से फिर हवा की गति बढ़ेगी जिससे प्रदूषक तत्वों का छितराव होगा.


निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के वरिष्ठ वैज्ञानिक महेश पालावत ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि बर्फबारी के चलते जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से ठंडी, सूखी हवाएं चलेंगी. सूखी हवा से नमी में कमी आएगी. अगले 24 घंटे के बाद हवा की गुणवत्ता में सुधार होने लगेगा.’’ उन्होंने बताया कि 9-10 नवंबर को हवा की गति 20-25 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ेगी. इस बीच, दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने प्रदूषण पर लगाम लगाने के कामों में कथित तौर पर लापरवाही बरतने के चलते गुरुवार को दो अधिकारियों और कई सफाई कर्मियों को निलंबित कर दिया. अधिकारियों ने तीन सहायक सैनिटरी इंस्पेक्टरों से स्पष्टीकरण भी मांगा है.


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