नई दिल्ली: मौसम की प्रतिकूल स्थितियों और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने की घटनाओं में हुई बढ़ोतरी के कारण दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘बेहद गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, एयर क्वालिटी सूचकांक (एक्यूआई) 423 दर्ज किया गया.


शनिवार की सुबह दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ दर्ज की गई थी, लेकिन शाम को यह फिर से ‘बेहद गंभीर’ श्रेणी में चली गई थी. सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, रविवार को पीएम2.5 (हवा में मौजूद 2.5 माइक्रोमीटर से कम के व्यास के प्रदूषक कण) का स्तर 299 जबकि पीएम10 (हवा में मौजूद 10 माइक्रोमीटर से कम के व्यास के प्रदूषक कण) का स्तर 477 दर्ज किया गया.


दिल्ली में 28 इलाके ‘‘बेहद गंभीर’’ श्रेणी में रहे जबकि सात इलाकों में हवा की गुणवत्ता ‘‘बहुत खराब’’ दर्ज की गई. एयर क्वालिटी सूचकांक पर शून्य से 50 अंक तक हवा की गुणवत्ता को अच्छा, 51 से 100 तक संतोषजनक, 101 से 200 तक सामान्य, 201 से 300 के स्तर को खराब, 301 से 400 के स्तर को बहुत खराब और 401 से 500 के स्तर को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है.