(Source: Matrize)
आधुनिक सुविधाओं से लैस था जैश का कैम्प, ISI और पाक आर्मी ने किया था तैयार- NSA अजित डोभाल
बालाकोट के इस ट्रेनिंग कैम्प में फायरिंग रेंज. बमों को टेस्ट करने की सुविधा, एयर कंडीशंड कमरे और बैरक सभी सुविधाओं से लैस थे. खास बात ये है कि स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं भी इस ट्रेनिंग कैम्प में मौजूद थीं.
मुंबई: पाकिस्तानी ज़मीन पर मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप को तबाह करने के बाद भारत के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सीआईएस की बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने उस जगह को लेकर पूरी जानकारी दी, जहां भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के 25 टॉप कमांडर मारे गए हैं.
बालाकोट के इस ट्रेनिंग कैम्प में फायरिंग रेंज. बमों को टेस्ट करने की सुविधा, एयर कंडीशंड कमरे और बैरक सभी सुविधाओं से लैस थे. खास बात ये है कि स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं भी इस ट्रेनिंग कैम्प में मौजूद थीं. डोभाल ने जानकारी दी कि आईएसआई और पाक आर्मी की मदद से इस ट्रेनिंग कैंप को तैयार किया गया था.
बैठक में जानकारी दी गई कि भारत का जो टारगेट था उसे हासिल किया गया है. उन्होंने ये भी बताया कि जिस कैम्प पर हमला किया गया वो कोई सामान्य आतंकी कैम्प नहीं था, बल्कि असमान्य ट्रेनिंग कैम्प था. डोभाल के मुताबिक कैंप में वर्चुअल वॉल पर भी ट्रेंनिंग दी जाती थी. पुलवामा हमले के बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि भारत कोई बड़ा कदम उठा सकता है. इसी हलचल की वजह से तमाम लॉन्चिंग पैड से बड़ी तादाद में आतंकी इस ट्रेंनिंग कैंप में इकट्ठा हुए थे.
कब और कैसे हुआ हमला ? भारतीय वायुसेना ने 12 मिराज विमानों के जरिए पीओके में करीब 21 मिनट तक बमबारी की. तड़के 3 से चार बजे के बीच ये हमला किया गया. जानकारी के मुताबिक भारतीय वायुसेना ने 1000 किलो बम बरसाए. इस कार्रवाई में 25 टॉप कमांडरों के अलावा 325 आतंकियों के भी मारे जाने की खबर. साथी ही जैश का ऑपरेशनल ऑफिस अल्फा-3 को तबाह कर दिया.
पुलवामा का बदला पूरा हुआ 14 फरवरी को जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर आत्मघाती बम हमला हुआ था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने ली थी और आज एयर स्ट्राइक करके उसके अल्फा 3 ठिकाने को भारतीय वायुसेना ने तबाह कर दिया. विदेश मंत्रालय ने हमले की जानकारी देते हुए बताया कि जैश देश पर फिर हमला कराने के फिराक में था इसलिए ये कार्रवाई जरुरी हो गई थी.
कारगिल में भी नहीं क्रॉस किया था LoC आपको बता दें कि इससे पहले वायुसेना ने 1971 के युद्ध में LoC को क्रॉस किया था. हालांकि, 1999 के कारगिल वॉर में भी इंडियन एयर फोर्स ने LoC क्रॉस नहीं किया था. जब भी नियंत्रण रेखा पार करने की बात आती है तो ऐसा माना जाता है कि स्थिति युद्ध की तरफ बढ़ सकती है. भारतीय वायुसेना का इतना अंदर जाकर कार्रवाई करना बेहद सफल ऑपरेशन माना जा रहा है.
VIDEO: पुलवामा बदला: एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान पर भारत की अन्तर्राष्ट्रीय दबाव बनाने की कोशिश जारी