नागर विमानन मंत्रालय का कहना है कि भारतीय विमानन कंपनियां कोविड-19 महामारी से पहले की अपनी क्षमता के 60 प्रतिशत यात्रियों के साथ उड़ान भर सकती हैं. कोरोना महामारी को देखते हुए यह आदेश 24 फरवरी, 2021 तक लागू रहेगा. मंत्रालय ने दो सितंबर को आधिकारिक आदेश जारी कर विमानन कंपनियों को इस संबंध में सूचना दे दी थी लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया था कि आदेश कब तक प्रभावी रहेगा. मंत्रालय ने 29 अक्टूबर को आदेश जारी कर अपने दो सितंबर के आदेश को स्पष्ट करते हुए कहा है कि ‘‘यह 24 फरवरी, 2021 को रात 11 बजकर 59 मिनट तक या फिर अगला आदेश आने तक प्रभावी रहेगाय’’


मंत्रालय ने 26 जून को आदेश जारी कर घरेलू विमानन कंपनियों को अधिकतम 45 प्रतिशत यात्री क्षमता के साथ काम करने की अनुमति दी थी. मंत्रालय ने कोविड-19 लॉकडाउन के कारण दो महीने बंद रहने के बाद 25 मई से ही घरेलू उड़ानें शुरू कर दी थी. लेकिन शुरुआत में कंपनियों को क्षमता का अधिकतम 33 प्रतिशत उपयोग करने की ही अनुमति दी गई थी.


हवाई यात्रा के दौरान कोरोना संक्रमण का डर कम हुआ

विस्तार एयरलाइंस के सर्वेक्षण के मुताबिक हवाई यात्रियों में गत तीन महीने में यात्रा के दौरान और साथी यात्री द्वारा कोविड-19 नियमों का अनुपालन नहीं करने की वजह से संक्रमित होने का भय कम हुआ है.

विस्तार एयरलाइंस ने जून में 6000 यात्रियों पर सर्वेक्षण किया था तब 34 प्रतिशत ने माना था कि उन्हें यात्रा के दौरान संक्रमित होने का डर है जबकि 32 प्रतिशत यात्रियों ने कहा था कि साथी यात्री की लापरवाही से उनके भी महामारी की चपेट में आने का भय है. विस्तार एयरलाइंस ने अगस्त में जब 4,550 यात्रियों पर दूसरा सर्वेक्षण किया तो ये आंकड़े घटकर क्रमश: 22 और 17 प्रतिशत रह गए.

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