AISHE Report: 'मुस्लिम लड़कियों के मुकाबले लड़के रह गए पीछे', हायर एजुकेशन को लेकर सरकारी सर्वे ने चौंकाया
Muslim Women Higher Education: मुस्लिम लड़कियां हायर एजुकेशन को लेकर खासी संजीदा हैं. 2020-21 में लड़कों की तुलना में इस समुदाय की लड़कियों ने इन संस्थानों में सबसे अधिक दाखिला लिया है.
AISHE Report About Muslim Women Higher Education: मुस्लिम समुदाय की लड़कियां लड़कों के मुकाबले अपनी पढ़ाई को लेकर अधिक जुनूनी हैं. इसका सबूत हालिया आई अखिल भारतीय सर्वेक्षण -एआईएसएचई (All India Survey On Higher Education-AISHE) की रिपोर्ट हैं. इसमें दावा किया गया है कि मुस्लिम लड़कों की तुलना में हायर एजुकेश इंस्टीट्यूट्स (Higher Education Institutions) में लड़कियों ने अधिक दाखिला लिया है. इतना ही नहीं 8 साल में ही उनके दाखिले की संख्या में 4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
हायर एजुकेशन में मुस्लिम लड़कियों की दमदार दावेदारी
बिजनेस स्टैंडर्ड के मुताबिक सरकारी एआईएसएचई की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 2020-21 में एजुकेशन में मुस्लिम लड़कों की तुलना में लड़कियों ने ज्यादा दाखिला लिया है. खासकर हायर एजुकेशन में प्रति 1,000 मुस्लिम छात्रों में 503 मुस्लिम लड़कियां हैं. यहां पर हायर एजुकेशन को ग्रेजुएशन कोर्स, अन्य डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट के तौर पर लिया जा सकता है.
यहीं नहीं दाखिले में मुस्लिम लड़कियों की हिस्सेदारी में 2012 से 2020 तक तेजी से बढ़ोतरी हुई है. 2019-20 की रिपोर्ट में ये हिस्सेदारी 50.2 फीसदी रही, जबकि 2018-19 में 49.3 फीसदी और 2012-13 में 46 फीसदी रही थी. इस हिसाब से देखा जाए तो महज 8 साल में इस हिस्सेदारी में 4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
दिलचस्प बात ये है कि ये खुलासा कर्नाटक में एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के फैसले पर हुई उथल-पुथल के महीनों बाद आया है. इस दौरान कई युवा मुस्लिम लड़कियों को अपने शैक्षणिक संस्थानों से बाहर होना पड़ा था. कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस प्रतिबंध को बरकरार रखा. सुप्रीम कोर्ट ने इस आदेश के खिलाफ दलीलों पर विचार करते हुए अलग फैसला सुनाया था.
महामारी में मुस्लिम समुदाय की शिक्षा में आई गिरावट
एआईएसएचई ने महामारी के दौरान मुसलमानों की हायर एजुकेशन में कुल गिरावट के बारे में भी जानकारी दी है. हायर एजुकेशन में बीते साल के मुकाबले 2020-21 में कुल छात्रों में से लगभग 4.6 फीसदी मुस्लिम थे.जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 5.5 फीसदी रहा था. राज्य के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि उत्तर प्रदेश में हायर एजुकेशन में दाखिला लेने वाली 54 फीसदी मुस्लिम लड़कियां थीं.
इसके साथ ही यूपी 6 राज्यों में हायर एजुकेशन (सबसे अधिक दाखिले के मामले में) में लड़कों के मुकाबले अधिक मुस्लिम लड़कियों के दाखिले वाला टॉप सूबा बना. अन्य राज्य मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और राजस्थान हैं. इन सभी में मुस्लिम छात्रों के बीच 43 से 49.5 फीसदी लड़कियों की हिस्सेदारी है. ये भी हैरानी वाली बात है कि कोविड महामारी के दौरान मुस्लिम लड़कों के मुकाबले हायर एजुकेशन के दाखिलों में लड़कियों के दाखिलों में कम गिरावट दर्ज की गई.
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