Badruddin Ajmal On Sanatan Dharma: ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) प्रमुख मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने सनातन धर्म को लेकर डीएमके नेताओं के बयानों की निंदा की है. उन्होंने स्पष्ट कहा है कि कोई किसी के धर्म के बारे में कुछ कहे, यह बहुत गलत बात है. अजमल ने कहा है कि हर व्यक्ति को दूसरों के धर्म का सम्मान करना चाहिए.
सनातन धर्म पर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान पर अजमल से प्रतिक्रिया मांगी गई थी, जिस पर उन्होंने अपनी राय जाहिर की. उदयनिधि स्टालिन ने पिछले दिनों सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से करते हुए कहा था कि इसका उन्मूलन (जड़ से खत्म) किया जाना चाहिए. टिप्पणी पर विवाद गहराने के बाद भी उदयनिधि अपने बयान पर कायम हैं.
डीएमके नेताओं के बयानों पर बदरुद्दीन अजमल का रिएक्शन
मीडिया से बात करते हुए एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने कहा, ''...देखो बहुत बुरी बात है, कोई भी किसी भी धर्म के ऊपर चाहे कोई भी करे, चाहे बदरुद्दीन करे, बुरा है, गलत बात है, हर एक को दूसरे के धर्म का सम्मान करना चाहिए, इज्जत करना चाहिए और हम लोग इस किस्म के बयान को नहीं मानते हैं, हम इसको बुरा मानते हैं और इसको नकारते हैं.''
सनातन धर्म पर विवादित बयानों को लेकर बीजेपी ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को घेरा है, क्योंकि डीएमके इसका हिस्सा है. बीजेपी ने 'इंडिया' गठबंधन पर सनातम धर्म को खत्म करने का गुप्त एजेंडा रखने का आरोप लगाया है.
DMK नेता के पोनमुडी के सनातन धर्म पर बयान को लेकर बीजेपी ने घेरा
बीजेपी ने डीएमके नेता और तमिलनाडु सरकार में मंत्री के पोनमुंडी के उस बयान को लेकर हमला बोला, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि ‘इंडिया’ का गठन ‘सनातनी विचारधारा के विरोध में’ किया गया है.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार (12 सितंबर) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ''I.N.D.I A. की मुंबई बैठक के दो दिन बाद उदयनिधि स्टालिन का बयान आना, फिर प्रियांक खरगे का सनातन पर आघात और आज डीएमके के मंत्री की ओर से ये स्वीकार करना कि I.N.D.I A. का गठन ही सनातन धर्म के विरोध में किया गया था, यह सोनिया गांधी, राहुल और कांग्रेस की एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है...''
ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना कुष्ठ रोग और एचआईवी से की
डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के बाद उन्हीं की पार्टी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा ने भी सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने सनातन धर्म की तुलना कुष्ठ रोग और एचआईवी से की थी. ए राजा ने कहा था, ''सनातन धर्म एक सामाजिक बीमारी है जो यह कुष्ठ रोग और एचआईवी से ज्यादा घातक है.''
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