लोकसभा में सोमवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी जब ‘दंड प्रक्रिया (पहचान) विधेयक, 2022’ पेश कर रहे थे उस वक्त वो विपक्ष के निशाने पर आ गए. विधेयक पेश करने के दौरान विपक्षी सांसदों ने लखीमपुर खीरी के मुद्दे को उठाया. इस दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी टेनी पर कुछ टिप्पणी की. इस पर अजय मिश्रा ने कहा कि अगर उनके खिलाफ एक भी मामला दर्ज हो तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे.


कांग्रेस नेता की टिप्पणी का जवाब देते हुए अजय मिश्रा ने कहा, ‘‘मैं अधीर रंजन चौधरी जी को बताना चाहता हूं कि मैंने 2019 में नामांकन पत्र भरा था. अगर मेरे खिलाफ एक भी मामला हो, अगर मैं एक भी मिनट के लिए जेल गया हूं, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा.’’


लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी है. पिछले साल अक्टूबर में हुई इस घटना को लेकर खूब बवाल हुआ था. बाद में आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था, हालांकि आशीष फिलहाल ज़मानत पर बाहर है.


दरअसल, किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर विरोधी दल लगातार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे का जिक्र करते हुए मंत्री पर भी आरोप लगा रहे हैं और उनका इस्तीफा भी मांग रहे हैं. हालांकि सरकार की तरफ से लगातार यह कहा जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री का उस मामले से कोई लेना-देना नहीं है और पूरे मामले में कानून अपना काम कर रहा है. 


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