राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का कहना है कि भारत की बाहरी सुरक्षा के लिए अगले कुछ वर्षों तक चुनौती रहेगी लेकिन आंतरिक सुरक्षा को लेकर हालात काफी बेहतर है. शनिवार को उद्योग और व्यापार संगठन ऐसोचैम की ओर से आयोजित पहले स्वामी विवेकानंद मेमोरियल लेक्चर में बोलते हुए अजित डोभाल ने कहा कि कोरोना के बाद भारत की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है.
डोभाल ने कहा कि कोरोना ने कई क्षेत्रों में नए अवसर भी खोले हैं और उद्योग जगत को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना ने सबसे बड़ा सबक ये सिखाया है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों का उत्थान ही सरकार और समाज का उद्देश्य होना चाहिए. अजित डोभाल ने कहा कि भारत में विश्व का लीडर बनने की क्षमता है लेकिन उसके लिए इस विषम परिस्थिति में एकजुट रहने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि सभी आर्थिक सूचकांक भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से उबरने का संकेत दे रहे है और कोरोना के बाद आर्थिक गतिविधियों के कुछ नए रास्ते खुले है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने इस साल भारत की आर्थिक विकास दर 8 फीसदी रहने की सम्भावना जताई हैं.
मेमोरियल लेक्चर में एबीपी नेटवर्क के सीईओ अविनाश पांडे भी शरीक हुए. उन्होंने कहा कि एबीपी नेटवर्क राम कृष्ण मिशन और स्वामी विवेकानंद से काफी नजदीकी तौर पर जुड़ा है. उन्होंने कहा कि, एबीपी नेटवर्क अपने 100 साल पूरे करने जा रहा है और ग्रुप की सबसे बड़ी खासियत उसकी विश्वसनीयता रही है.
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