नई दिल्ली: डोकलाम विवाद पर चीन के साथ तनातनी के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल इस महीने के आखिर में चीन का दौरा करेंगे. विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि एनएसए डोभाल चीन में इस महीने होने वाली ब्रिक्स देशों की बैठक में हिस्सा लेंगे.
वहीं दूसरी ओर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने डोकलाम विवाद पर लोकसभा में जानकारी दी. विदेश मंत्री ने चीन को करारा जवाब देते हुए कहा, ''दोनों देशों के बीच बातचीत होती रहे इसीलिए दोनों देश डोकलाम से अपनी सेना हटाएं.''
क्या है डोकलाम विवाद?
दरअसल डोकलाम जिसे भूटान में डोलम कहते हैं. करीब 300 वर्ग किलोमीटर का ये इलाका चीन की चुंबी वैली से सटा हुआ है और सिक्किम के नाथुला दर्रे के करीब है. इसलिए इस इलाके को ट्राई जंक्शन के नाम भी जाना जाता है. ये डैगर यानी एक खंजर की तरह का भौगोलिक इलाका है, जो भारत के चिकन नेक यानी सिलिगुड़ी कॉरिडोर की तरफ जाता है. चीन की चुंबी वैली का यहां आखिरी शहर है याटूंग. चीन इसी याटूंग शहर से लेकर विवादित डोलम इलाके तक सड़क बनाना चाहता है.
इसी सड़क का पहले भूटान ने विरोध जताया और फिर भारतीय सेना ने. भारतीय सैनिकों की इस इलाके में मौजूदगी से चीन हड़बड़ा गया है. चीन को ये बर्दाश्त नहीं हो रहा कि जब विवाद चीन और भूटान के बीच है तो उसमें भारत सीधे तौर से दखलअंदाजी क्यों कर रहा है.16 जून से भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध जारी है.