पुणे: महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार को कई बार सूचना देने के बावजूद राज्य में बाढ़ से हुए नुकसान की समीक्षा करने के लिए अभी तक केंद्र से कोई दल नहीं आया है.


सतारा जिले के करद में स्थित प्रीतिसंगम में महाराष्ट्र के प्रथम मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. जिसके बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि केंद्र सरकार को पार्टी और विचारधारा से ऊपर उठकर प्राकृतिक आपदा के समय राज्यों की सहायता करनी चाहिए. उन्होंने कहा, “जब राज्य में भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी तब मुख्यमंत्री, पुनर्वास मंत्री और मुख्य सचिव ने केंद्र को पत्र लिखा था.


मनमोहन सिंह सरकार की सरकार में तुरंत राहत पैकेज की होती थी घोषणा- पवार


हालांकि अभी तक केंद्र से कोई दल नहीं आया है.” पवार ने कहा कि (कांग्रेस नीत) मनमोहन सिंह सरकार के समय यदि ऐसी आपदा आती थी तो नुकसान की समीक्षा के लिए तत्काल एक दल आता था और राहत पैकेज की घोषणा की जाती थी. उन्होंने कहा, “आज इतने दिनों बाद भी केंद्र से कोई दल नहीं आया है. राज्यों को केंद्र से मदद मिलनी चाहिए क्योंकि सभी राज्य भारत के अंग हैं.” पवार ने कहा कि प्राकृतिक आपदा आने पर केंद्र को पार्टी और विचारधारा के आधार पर पक्षपात नहीं करना चाहिए “लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है.”


उन्होंने कहा, “इस मुद्दे को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में फिर उठाया गया था और मुख्य सचिव से इस मामले को देखने को कहा गया था.” पवार ने यह भी कहा कि राज्य को अभी तक केंद्र से 29,000 करोड़ रूपये का जीएसटी मुआवजा नहीं मिला है.


यह भी पढ़ें.


'तुम कल विधानसभा में एब्सेंट हो जाओ, तुमको मंत्री बना देंगे....', जानें- लालू ने NDA MLA को कॉल कर क्या कहा?