Ajit Pawar Remarks: महाराष्ट्र में एनसीपी में शक्ति प्रदर्शन के बीच बुधवार (5 जुलाई) को पार्टी नेता और राज्य के नए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने लोकसभा चुनाव 2024 और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि उनके चाचा शरद पवार भी मानते हैं कि 2024 में मोदी ही आएंगे. उन्होंने कहा, ''शरद पवार ने हमारी बैठक में कहा था कि 2024 में मोदी ही जीतेंगे.''


मेरी भी राज्य का प्रमुख बनने की इच्छा है- अजित पवार


इसी के साथ अजित पवार ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा, ''मेरी भी इच्छा है कि राज्य का प्रमुख (सीएम) बनूं. राज्य का प्रमुख बनकर मुझे भी जानता का काम करना है.'' उन्होंने कहा कि वह 5 बार उपमुख्यमंत्री बने हैं और पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है.


अपने गुट की बैठक में क्या बोले अजित पवार?


मुंबई में अपने गुट के एनसीपी नेताओं की बैठक में अजीत पवार ने कहा, ''2004 के विधानसभा चुनाव में एनसीपी के पास कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे. अगर हमने उस समय कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया होता तो आज तक महाराष्ट्र में केवल एनसीपी का ही मुख्यमंत्री होता.


''2017 में भी हमारी बैठक हुई थी'


अजित पवार ने कहा, ''2017 में भी वर्षा बंगले पर हमारी बैठक हुई थी. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के आदेश पर छगन भुजबल, जयंत पाटिल, मैं और कई अन्य वहां गए थे. बीजेपी के कई नेता भी वहां थे. कैबिनेट पोर्टफोलियो आवंटन और संरक्षक मंत्रियों को लेकर हमारे बीच चर्चा हुई थी लेकिन बाद में हमारी पार्टी ने कदम पीछे खींच लिए थे.''


'बीजेपी नेता 75 की उम्र में रिटायर हो जाते हैं, लेकिन आप...'


अजित पवार ने शरद पवार का नाम लिए बगैर कहा, ''आपने सभी के सामने मुझे एक विलेन के रूप में पेश किया. मेरे मन में अब भी उनके (शरद पवार) के लिए गहरा सम्मान है लेकिन आप मुझे बताएं, आईएएस अधिकारी 60 की उम्र में रिटायर हो जाते हैं... राजनीति में भी.''


उन्होंने कहा, ''बीजेपी नेता 75 वर्ष की उम्र में रिटायर हो जाते हैं. आप लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण देख सकते हैं. इससे नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका मिलता है. आप (शरद पवार) हमें अपना आशीर्वाद दें... लेकिन आप 83 वर्ष के हैं, क्या आप रुकने वाले नहीं हैं? हमें अपना आशीर्वाद दें और हम प्रार्थना करेंगे कि आपकी उम्र लंबी हो.''


बता दें कि शरद पवार और अजित पवार ने बुधवार (5 जुलाई) को अलग-अलग बैठकें बुलाई ताकि यह साफ हो जाए कि किस गुट को कितने विधायक समर्थन कर रहे हैं. शरद पवार ने मुंबई के वाईबी चव्हाण केंद्र और अजित पवार ने उपनगरीय बांद्रा के मुंबई एजुकेशन ट्रस्ट के परिसर में बैठक बुलाई.


यह भी पढ़ें- NCP Crisis: इस बड़ी मांग के साथ चुनाव आयोग पहुंचा अजित पवार का गुट, शरद पवार ने भी उठाए कदम