Sikh Gurudwara Committee Results: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद शिरोमणी अकाली दल नेताओं के हौसले बुलंद हैं. अकाली दल के प्रत्याशियों ने 46 में से 27 सीटों पर जीत हासिल की और अब इन नतीजों के बाद अकाली दल उम्मीद कर रहा है कि इसका फायदा उनको अगले साल की शुरुआत में होने वाले पंजाब चुनावों में भी मिलेगा. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव में अकाली दल के 27 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. हालांकि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मौजूदा अध्यक्ष अकाली दल नेता मनजिंदर सिंह सिरसा चुनाव हार गए. लेकिन अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने ऐलान किया कि मनजिंदर सिंह सिरसा को नामित सदस्य के तौर पर डीएसजीपीसी में भेजा जाएगा.
इन नतीजों के बाद अकाली दल के नेता अगले साल की शुरुआत में होने वाले पंजाब चुनावों को लेकर भी खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं. अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा कि दिल्ली से शुरू हुआ यह तूफान पंजाब के चुनावों में विपक्षी पार्टियों को उड़ाकर ले जाएगा फिर चाहे वह बीजेपी, कांग्रेस या आम आदमी पार्टी समेत कोई भी राजनीतिक दल क्यों ना हो.
कांग्रेस में चल रहे अंतर्कलह पर सुखबीर बादल ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस आगामी चुनावों से पहले ही पूरी तरह खत्म हो जाएगी. क्योंकि अमरिंदर सरकार के मंत्री खुद ही यह मान रहे हैं कि अमरिंदर सिंह ने जनता के लिये कुछ नहीं किया और जनता से जिन वादों को पूरा करने की बात कहकर सत्ता तक पहुंचे थे उन वादों पर भी खरे नहीं उतरे.
सुखबीर बादल ने कहा कि वैसे तो यह कांग्रेस की अंदरूनी कलह है लेकिन इससे ये साफ हो गया है कि कांग्रेस में दो धड़े बन चुके हैं 1 नवजोत सिंह सिद्धू के पक्ष में है तो दूसरा कैप्टन अमरिंदर सिंह के पक्ष में. बादल ने कहा कि आने वाले दिनों में यह दोनों धड़े एक दूसरे को खत्म कर देंगे और कांग्रेस पार्टी का भी पंजाब की सत्ता से नामो निशान मिट जाएगा. सुखबीर बादल ने कहा कि कांग्रेस तो खुद ही खत्म हो जाएगी और उसके बाद आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों में से देखेंगे कि किससे मुकाबला करना है और उनको भी हम आसानी से हरा देंगे. गौरतलब है कि अगले साल की शुरुआत में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन इन चुनावों में अकाली दल पिछले चुनावों की तरह बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगी.
वहीं कांग्रेस सिद्धू और अमरिंदर सिंह के बीच चल रही अंतर्कलह के चलते कमजोर होती जा रही है. आम आदमी पार्टी इस मौके को देखते हुए अपनी उपस्थिति बढ़ाने की कोशिश में लगी हुई लेकिन दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव के नतीजों के बाद अब अकाली दल के नेता भी जोश में ताल ठोंक रहे हैं.