Akasa Air: उड़ान के बीच केबिन से आने लगी जलने की गंध, मुंबई वापस लौटा अकासा एयरलाइंस का विमान
Akasa Air News: आकासा एयर की फ्लाइट ने शनिवार (15 अक्टूबर) को जब मुंबई से बेंगलुरु के लिए उड़ान भरी तो उसकी केबिन से कुछ जलने की गंध आने लगी. इसके बाद विमान वापस मुंबई लाया गया.
Akasa Air Plane Returns Back After Take Off: आकासा एयरलाइंस (Akasa Air ) के एक विमान (Plane) को उड़ान भरने के बाद वापस मुंबई के एयरपोर्ट (Mumbai Airport) पर लौटना पड़ा. विमान की केबिन में कुछ जलने की गंध आने के बाद यह कदम उठाया गया. बताया जा रहा है कि आकासा एयरलाइंस के बोइंग मैक्स वीटी-वाईएई विमान (Boeing Max VT-YAE Plane) ने शनिवार (15 अक्टूबर) को जब उड़ान भरी तो उसका इंजन सामान्य रूप से काम कर रहा था लेकिन केबिन से कुछ जलने की गंध आने लगी.
विमान मुंबई से बेंगलुरु जा रहा था. जलने की गंध आने पर विमान को वापस मुंबई की ओर मोड़ दिया गया. मुंबई में जांच के दौरान पता चला कि विमान से कोई पक्षी टकरा गया था. इंजन में पक्षी के अवशेष पाए गए हैं. सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं.
आकासा में राकेश झुनझुनवाला की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के दिवंगत निवेशक और शेयर व्यापारी राकेश झुनझुनवाला और उनके परिवार की आकासा एयरलाइंस में सबसे ज्यादा करीब 45 फीसदी हिस्सेदारी है. झुनझुवाला के बाद दूसरे नंबर पर कंपनी के फाउंडर और सीईओ विनय दुबे की 16.13 फीसदी हिस्सेदारी है. कंपनी के प्रमोटर्स में विनय दुबे के अलावा, संजय दुबे, नीरज दुबे, पीएआर कैपिटल वेंचर्स, माधव भटकुली और कार्तिक वर्मा के नाम शामिल हैं.
झुनझुनवाला के निधन से कुछ ही दिन पहले उड़ी थी पहली फ्लाइट
इसी साल झुनझुनवाला के निधन से कुछ ही दिन पहले 7 अगस्त को आकासा एयर की पहली फ्लाइट ने उड़ान भरी थी. आकासा की पहली फ्लाइट मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गुजरात के अहमदाबाद के लिए रवाना हुई थी. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आकास एयर की फ्लाइट का उद्घाटन किया था. इस मौके पर राकेश झुनझुनवाला भी मौजूद थे.
आकासा एयर ने 13 अगस्त को बेंगलुरु-कोच्चि रूट पर सेवा शुरू की थी, इसके बाद 15 सितंबर को चेन्नई-मुंबई मार्ग पर फ्लाइट शुरू की गई. जानकारी के अनुसार, मुंबई-अहमदाबाद मार्ग पर हफ्ते में 26 बार उड़ानें संचालित की जाती हैं जबकि बेंगलुरु-कोच्चि और मुंबई-बेंगलुरु के बीच हर हफ्ते 28 बार उड़ानें संचालित की जाती हैं.
लो-कॉस्ट कैरियर है आकासा एयर
आकासा एयरलाइंस को लो-कॉस्ट कैरियर के तौर पर शुरू किया गया है यानी कम किराये की दरों पर यात्री हवाई सफर का लुत्फ ले सकते हैं. कम किराये की सुविधा के कारण कंपनी बाकी लो कॉस्ट एयरलाइंस जैसे कि स्पाइसजेट, इंडिगो और गो फर्स्ट आदि के साथ प्रतिस्पर्धा में है.
कंपनी के सीईओ विनय दुबे ने मीडिया को जानकारी दी थी अगले पांच वर्षों में एयरलाइंस में 72 विमान शामिल किए जाएंगे. कंपनी पिछले वर्ष 26 नवंबर को 72 मैक्स विमानों को खरीदने के लिए बोइंग से करार किया था. करार के मुताबिक, 18 विमानों की आपूर्ति मार्च 2023 तक की जानी है जबकि बाकी 54 विमानों की डिलीवरी चार वर्षों के दौरान की जाएगी.
यह भी पढ़ें