Future PM Poster Of Akhilesh Yadav: लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही पार्टी का चेहरा होंगे, लेकिन विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A.) की ओर से अभी तक पीएम फेस को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका है. इस बीच यूपी की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर अखिलेश यादव को भावी पीएम बताने वाले पोस्टर लगे हैं.


इन पोस्टरों के सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस और बीजेपी के कई नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. सपा ने इस कार्यकर्ताओं का उत्साही कदम बताया है तो बीजेपी ने इस पोस्टर पर चुटकी ली है. आइए जानते हैं कि भावी पीएम के पोस्टर पर किसने क्या कहा?


'जब वो यूपी के सीएम थे तो...'
सपा नेता अनुराग भदौरिया ने कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता हमेशा से चाहते हैं, अखिलेश यादव देश के प्रधानमंत्री बनें. उन्होंने कहा कि जब वो यूपी के सीएम थे तो अखिलेश ने कई विकास के कार्य किए थे.


'पहले लोकसभा चुनाव हो जाने दीजिए'
सपा नेता और पूर्व विधायक स्वामी प्रसाद मौर्या ने भी इस मामले पर अपनी राय दी. उन्होंने कहा, ''जब से इंडिया अलायंस बना है, सभी सियासी दलों के कार्यकर्ता चाहते हैं कि उनके नेता पीएम बनें. जैसा इंडिया अलायंस के नेताओं ने कहा है कि पहले हम गठबंधन की सरकार बनाएंगे. उसके बाद कौन पीएम बनेगा, इस पर चर्चा होगी. तो पहले लोकसभा चुनाव हो जाने दीजिए.''
 
'पोस्टर लगाने से नहीं बनेगा कोई पीएम'
उत्तराखंड के दौरे पर गए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि केवल पोस्टर लगाने भर से कोई प्रधानमंत्री नहीं बन जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर किसी कार्यकर्ता ने पोस्टर लगाया है तो उसने अपनी इच्छा जाहिर की है. यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि बीजेपी को रोकना ही समाजवादियों का लक्ष्य है.


'कभी राहुल, कभी ममता तो कभी अखिलेश-नीतीश'
'भावी पीएम' वाले पोस्टरों पर बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, ''इंडी अलायंस एक अनोखा गठबंधन है, इसमें देश के लिए कोई मिशन और विजन नहीं है, सिर्फ भ्रम, विरोधाभास और महत्वाकांक्षा की प्यास है. पहले कांग्रेस और समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश में सीटों को लेकर लड़ रही थीं. अब वे पीएम पद को लेकर लड़ रही हैं.''


पूनावाला ने कहा कि पीएम पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है. उन्होंने कहा, ''कभी कांग्रेस राहुल गांधी का चेहरा आगे बढ़ाती है तो कभी टीएमसी ममता बनर्जी का, अखिलेश यादव और नीतीश कुमार के चेहरे पर भी जोर दिया जा रहा है, इस भ्रमित गठबंधन में उनके पास कितने पीएम उम्मीदवार होंगे? इस गठबंधन में उनके पास न तो नीति है, न ही लोगों की सेवा करने का इरादा और न ही इस बारे में कुछ तय किया गया है कि लोगों के लिए क्या करने की जरूरत है. इससे पता चलता है कि यह गठबंधन केवल विरोधाभास का गठबंधन है, उत्तर से दक्षिण तक वे केवल एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं.''


'समर्थकों से लगवाते हैं अपने पोस्टर'
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने सपा प्रमुख को भावी पीएम बताए जाने पर कहा, ''किसी भी पार्टी या व्यक्ति के समर्थकों के मन में इस तरह की चीजें होती हैं. अखिलेश यादव भी इससे खुश होते होंगे कि उन्हें पीएम उम्मीदवार बताया गया है. इंडिया अलायंस की हर पार्टी के प्रमुख नेता खुद को पीएम उम्मीदवार मानते हैं और अपने समर्थकों से इस तरह की इच्छा जाहिर करवाते हैं.''


क्या बोले कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी?
इस पोस्टर पर एबीपी न्यूज से बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, ''यह एक सामान्य बात है. राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता अपने नेताओं का विश्वास जीतने और उनके प्रति अपना सम्मान जताने के लिए इस तरह की बयान बाजी करते हैं. कार्यकर्ता अपने नेताओं को राजनीति में सबसे ऊपर की जगह पर देखना चाहता है. इसी भावना के साथ किसी कार्यकर्ता ने अखिलेश यादव को भावी प्रधानमंत्री बढ़कर पोस्टर लगा दिया होगा. इस पर बहुत गहराई से नहीं सोचना चाहिए.''


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