2019 में मायावती संग पर इशारों में बोले अखिलेश, 'पुरानी बातें भूलनी पड़ती हैं'
अखिलेश यादव के सर से जीत का खुमार उतरने का नाम नहीं ले रहा है और इसी खुमार में प्रेस से दूसरी बार बात करते हुए उन्होंने कहा कि ये जीत बहुत बड़ी है. साथ ही बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि लोग पुरानी बातें याद दिला रहे हैं लेकिन कभी-कभी पुरानी बातें भूलनी पड़ती हैं.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के सिर से जीत का खुमार उतरने का नाम नहीं ले रहा है और इसी खुमार में बीते 24 घंटे में मीडिया से दूसरी बार बात करते हुए उन्होंने कहा कि ये जीत बहुत बड़ी है. अपने बयान से 2019 के ऐसे संकेत दिए जिससे बीजेपी का परेशान होना लाजमी है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर उन्होंने कहा कि लोग पुरानी बातें याद दिला रहे हैं लेकिन कभी-कभी पुरानी बातें भूलनी पड़ती हैं. 2019 में बीएसपी ही नहीं कांग्रेस को लेकर उन्होंने कहा, "राहुल गांधी जी की बधाई आई है और मैंने भी उन्हें धन्यवाद कहा है."
अखिलेश ने ये भी जानकारी दी कि इस जीत को लेकर मुलायम सिंह ने भी उन्हें बधाई दी. याद रहे कि इस सीट पर पहली बार समाजवादी पार्टी का खाता खुला है और इस ऐतिहासिक जीत को लेकर अखिलेश ने कहा कि ये दलितों और पिछड़ों की जीत है. उन्होंने गोरखपुर लोकसभा सीट पर जीत दिलाने वाले उम्मीदवार के बारे में कहा, "पिता अपने आप को बेटे में देखते हैं. जो पिता पूरा नहीं कर पाता है उसे लेकर उम्मीद करता है कि बेटा वो पूरा करे. प्रवीण कुमार निषाद जी इंजीनियर हैं. इन्होंने गरोखपुर में पहिया घुमा दिया. ये इंजीनियर हैं और ये सदन में गरोखपुर की आवाज को रखेगे."
पिछले साल अगस्त में योगी आदित्यनाथ की सीट रही गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी की वजह से दर्जनों बच्चों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. इस ओर इशारा करते हुए अखिलेश ने कहा, "वो मांएं जिन्होंने बच्चे खो दिए, निषाद उनकी आवाज उठाएगें." वहीं अखिलेश ने बीजेपी के चुनाव निशान पर चुटकी लेते हुए कहा कि फूलपुर लोकसभा सीट पर कमल मुरझा गया. उन्होंने वहां की जनता का शुक्रिया भी अदा किया.
बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जनता ने जो जवाब दिया है अब लोगों की जुबान बदल जाएगी. पार्टी का मनोबल बढ़ाने वाले बयान में उन्होंने कहा कि युवाओं ने ज्यादा काम किया है. युवाओं से कहूंगा की उनको अपनी पीढ़ी बदलनी है और इसके लिए काम करना पड़ेगा. महिलाओं को भी काम करना होगा क्योंकि योगी आदित्यनाथ सरकार ने इनकी पेंशन छीनी है. हम लौटे तो पेंशन बहाल करेंगे.
जीत के बाद भी उन्होंने ईवीएम को लेकर अपने स्वर नहीं बदले. उन्होंने कहा कि अगर ईवीएम मशीनें सही होतीं और समय ख़राब ना किया गया होता तो समाजवादी पार्टी और बड़े अंतर से जीतती. हम समाजवादी लोग सबका सम्मान करते है. गठबंधन के सवालों पर वो बचते दिखे और कहा कि भविष्य के बारे में कोई कुछ नहीं कह सकता. हमारे कांग्रेस के साथ अच्छे संबंध बने रहेंगे. अमर सिंह को लेकर उन्होंने कहा कि अमर सिंह उनके अंकल हैं. उन्होंने कहा कि अंकल भतीजे को जानते हैं और भतीजा अंकल को जानता है.