Akhilesh Yadav In Parliament: कन्नौज से सपा सांसद अखिलेश यादव ने लोकसभा में बजट पर चर्चा में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. अखिलेश यादव ने मोदी और योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि अगर यूपी में काम किया होता तो राज्य में बीजेपी की सीटें नहीं घटतीं. 


यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने यूपी में विकास के मुद्दे को उठाते हुए कहा, 10 साल में अगर हम वहीं के वहीं खड़े हैं और ऐसा कुछ नहीं दिख रहा हो, परिणाम आए हैं जो यूपी के, उसमें दिखाई दे रहा है कि आपने कितना काम किया है. अगर आपने सबकुछ अच्छा किया होता, तो क्या परिणाम ऐसे आते. यूपी में सिर्फ हारे नहीं हैं, सीटें ही कम नहीं हुई हैं. पीएम मोदी भी वोट से हारे हैं. आपको जहां 5 लाख से जीतना चाहिए था, वह कितने वोटों से जीते.


बजट में नाउम्मीदी ही दिखाई दे रही- अखिलेश

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, इस सरकार का लगातार ये 11वां बजट है. इस बजट के बाद भी नाउम्मीदी ही दिखाई दे रही है और सरकार में हैं ये लोग, इसलिए अच्छी बात करेंगे. बल्कि चेहरों पर सरकार बनने के बाद जो खुशी होनी चाहिए थी, वो नहीं दिखाई दे रही है. 


अखिलेश ने कहा, इस बजट में बेरोजगारों, युवाओं के लिए, गांवों के लिए उनकी परेशानी का जो मुद्दा है, वो 9 दो 11 नजर आ रहा है. महंगाई का जो सामना करना पड़ा रहा है. ये बातें परिवार वाले बखूबी जानते हैं. मैं जब सत्ता पक्ष के आंकड़े देखता और सुनता हूं, अगर इतना सब कुछ 10 साल में अच्छा हुआ, तो आप हंकर इंडेक्स में कहां खड़े हैं. सत्ता पक्ष की ओर से ये बात आएगी कि हम कहां खड़े हैं.

यूपी को 10 साल में आईआईएम, आईआईटी नहीं मिला- अखिलेश

सपा सांसद ने कहा, यूपी जैसे बड़े राज्य से सबसे ज्यादा सांसद चुने जाते हैं. हमें बजट में कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं मिला है. पीएम मिले हैं. कोई बड़ा प्रोजेक्ट मिला हो 10 साल में कोई IIM मिली हो कोई IIT मिली हो? 

अखिलेश यादव ने कहा, मैंने मांग की थी कि जनकपुर से अयोध्या तक एक्सप्रेस वे बनना चाहिए. जो आप कहते हैं कि एफडीआई बहुत आ रही है. टेलीफोन बनने लगे. मोबाइल बन नहीं रहे हैं, वो समाजवादी पार्टी के समय पर नोएडा में जो पॉलिसी थी, वो कंपनियां उस पॉलिसी के तहत आई. मेक इन इंडिया नहीं हो रहा है. लेकिन जमीन किसने दी, उन लोगों को? 


अखिलेश ने कहा, सपना ये दिखाया गया था कि अगर निजीकरण हो जाएगा तो नौकरी मिल जाएगी. कुछ हद तक निजीकरण हो गया, लेकिन नौकरियां कम हो गईं. जो पीडीए परिवार को हक और सम्मान मिलना चाहिए, वो क्या सरकार दे पा रही है?