Akhilesh Yadav Lok Sabha Speech: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार (2 जुलाई 2024) को लोकसभा में अपने भाषण के दौरान अलग अंदाज में पीएम मोदी पर हमला किया. अखिलेश यादव ने अपने भाषण में कई बार शायरी पढ़कर पीएम पर तंज कसा.


अखिलेश यादव ने भाषण के दौरान कहा कि चुनाव के समय में कहा गया कि  हम 400 पार जाएंगे. मैं समझदार जनता को फिर एक बार धन्यवाद दूंगा. मैं कहना चाहता हूं, “आवाम ने तोड़ दिया हुकूमत का गुरूर.....दरबार तो लगा है, लेकिन गमगीन हैं सब. दरबार लगा है लेकिन बेनूर है.” अखिलेश यादव ने आगे कहा कि पहली बार ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार विराजमान है. जनता कह रही है कि सरकार चलने वाली नहीं है. ये गिरने वाली सरकार है.


'ये इंडिया की जीत है'


अखिलेश यादव ने आगे शायरी पढ़ते हुए कहा, “ऊपर से जुड़ा कोई तार नहीं, नीचे कोई आधार नहीं, अधर में है जो अटकी हुई… वो तो कोई सरकार नहीं.” पूरा इंडिया समझ गया है कि इंडिया ही प्रो इंडिया है. इस चुनाव में इंडिया की नैतिक जीत है. ये इंडिया की सकारात्मक जीत है. ये सोशल जस्टिस मुहीम की विक्ट्री है.


'अब सामुदायिक राजनीतिक की शुरुआत हुई है'


सपा चीफ ने कहा, "4 जून 2024 का दिन देश में सांप्रदायिक राजनीति के अंत का दिन था.  साथ ही उस दिन से सामुदायिक राजनीति की शुरुआत हुई है. इस चुनाव में सांप्रदायिक राजनीति हमेशा के लिए हार गई है. जहां से पीएम चुनकर आते हैं, वहां की प्रदेश सरकार भी वन ट्रिलियन इकोनॉमी की बात कर रही है. यूपी में अगर ये संभव करना है तो 35 प्रतिशत की ग्रोथ चाहिए. मुझे नहीं लगता कि ये संभव नहीं हो पाएगा."


'अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी'


अखिलेश यादव ने नरेंद्र मोदी सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि हंगर इंडेक्स में हम कहां खड़े हैं? हैपिनेस इंडेक्स में हम कहां खड़े हैं? चुनाव को जो लोग अपने तरीके से मोड़ते हैं, उनसे कहना चाहता हूं कि इस चुनाव के परिणाम ने तोड़ने वाली राजनीति को तोड़ दिया है. धन, बल, छल की राजनीति की शिकस्त हुई है. सकारात्मक राजनीति की शुरुआत हुई है. संविधान ही संजीवनी है, उसी की जीत हुई है. अब मनमर्जी नहीं जनमर्जी चलेगी. 


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