सीतापुरः पत्नी और बेटे के साथ सीतापुर जेल में बंद आजम खान से मिलने गए अखिलेश यादव ने कहा कि षडयंत्र के तहत आज़म खान को फंसाया गया है. यूपी में बीजेपी सरकार बनते ही आज़म खान को निशाने पर लिया गया. अखिलेश ने यह भी कहा कि आज़म की पत्नी की तबीयत ठीक नहीं है. उनके पुत्र के हाथ में भी तकलीफ है. उन्होंने उम्मीद जताई कि हमें कोर्ट से न्याय मिलेगा. दिल्ली हिंसा पर अखिलेश ने कहा कि केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस चाहती तो दंगे नहीं होते. नफरत फैलाना ही गुजरात मॉडल है. बीजेपी के लोग हिन्दू,मुसलमान को बांटकर वोट लेना चाहती है. दंगे होंगे तो कोई रोज़गार की बात नहीं करेगा.


गौरतलब है कि सपा सांसद और पूर्व मंत्री आजम खां, उनकी विधायक पत्नी डॉक्टर तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को स्थानीय अदालत ने बुधवार को रामपुर जेल भेज दिया था. अदालत ने यह आदेश अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में दिया था.


आजम ने पत्नी और बेटे के साथ रामपुर की अदालत में आत्मसमर्पण किया था. इसके बाद इन सभी को 2 मार्च तक न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया गया था. आजम पर अलग अलग आरोपों से जुड़े कुल 85 मुकदमे दर्ज हैं. कई मुकदमों में आजम के साथ तंजीन और अब्दुल्ला भी आरोपी हैं. तीनों पर पर दर्ज मुकदमों की सुनवाई कोर्ट में चल रही है, लेकिन कोई भी सुनवाई के दौरान अदालत में पेश नहीं हो रहा था. इस पर अदालत ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट और संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया था.


इस आदेश के जारी होने के बाद तीनों ने बुधवार दोपहर सभी ने अदालत में आत्मसमर्पण किया. तीनों को पहले रामपुर जेल भेजा गया और फिर गुरुवार को तड़के सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया. इसके बाद दोपहर को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनसे मुलाकात की. आजम खां से मुलाकात करने को रवाना होने से पहले अखिलेश ने लखनऊ में पार्टी के तमाम बड़े नेताओं के साथ बैठके की. दोनों के बीच जेल में करीब चालीस मिनट तक बातचीत हुई.