Akhilesh Yadav On Kanwar Yatra Nameplate: योगी सरकार के नेम प्लेट वाले आदेश पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा. वरिष्ठ वकील कपिल सिब्ब्ल को दिए एक इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने नेम प्लेट वाले मुद्दे पर राज्य और केंद्र सरकार के घेरा. इससे पहले भी नेम प्लेट वाले आदेश का अखिलेश यादव ने खुलकर विरोध किया था. 


जब कपिल सिब्ब्ल (Kapil Sibal) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से पूछा कि नेम प्लेट वाला आदेश आपकी सरकार में लागू हुआ था तो अखिलेश ने कहा कि ये बिल्कुल सच है. अखिलेश ने आगे कहा, 'हमारी सरकार का फैसला इसलिए था कि जो रेस्टोरेंट है, उसका लाइसेंस दिखना चाहिए, इसके अलावा कोई और मकसद नहीं था.'


'हमारा आदेश नफरत के लिए नहीं था'


समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, 'हमारी सरकार के समय जो आदेश था वो इसलिए नहीं था कि आप इसके जरिए नफरत फैलाएं, कोई भी चीज की जाती है तो उसकी रजिस्ट्री की जाती है. योगी सरकार ने आदेश इसलिए दिया ताकि वो अपनी कुर्सी बचा सकें.' 


'कारोबार लोगों को जोड़ता है'


अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के आदेश से वो बैकफुट पर आ गई और लोगों ने उनका साथ नहीं दिया. सरकार को समझना चाहिए कि कारोबार लोगों को जोड़ता है. ये सिर्फ कुर्सी, वोट और नफरत के लिए ऐसे फैसले ले रहे हैं. बता दें कि अखिलेश यादव बीजेपी से लगातार इस फैसले को बदलने की मांग कर रहे थे.


लोकसभा चुनाव में क्यों बदली रणनीति?


सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से 5 यादव, 32 ओबीसी, 16 दलित, 10 सामान्य और 10 अल्पसंख्यकों को टिकट दिए जाने को लेकर सवाल किया गया. इसके जवाब में अखिलेश ने कहा कि बीजेपी और उनकी सहयोगी पार्टियां आरोप लगाती थीं कि हमारे पास एमवाई (मुस्लिम-यादव) है और उसके अलावा कोई वोट नहीं है. अखिलेश ने बताया कि इन आरोपों का जवाब देने के लिए हमने उनके एमवाई (मोदी-योगी) को हराने के लिए अलग रणनीति बनाई और हम पीडीए की आवाज बन गए. 


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