राहुल की पीएम उम्मीदवारी पर अखिलेश की दो टूक- 'चुनाव के बाद सब कुछ तय होगा'
कर्नाटक विधानसभा के चुनाव नतीजों बाद सियासी घमासान में बीजेपी पर मिली बड़ी मनोवैज्ञानिक जीत के बाद विपक्षी दलों की एकजुटता अपने चरम पर दिख रही है, लेकिन विपक्षी दलों के मोर्चे का नेता कौन होगा, इसकी गुत्थी उलझी हुई है.
नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा के चुनाव नतीजों बाद सियासी घमासान में बीजेपी पर मिली बड़ी मनोवैज्ञानिक जीत के बाद विपक्षी दलों की एकजुटता अपने चरम पर दिख रही है, लेकिन विपक्षी दलों के मोर्चे का नेता कौन होगा, इसकी गुत्थी उलझी हुई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ABP न्यूज़ को दिए अपने ताज़ा इंटरव्यू में साफ किया है कि पीएम की उम्मीदवारी पर फैसला चुनाव के बाद होगा.
ABP न्यूज़ ने जब अखिलेश से सवाल किया कि आपके मोर्चे का नेता कौन होगा, क्या वो राहुल गांधी को पीएम का उम्मीदवार मानते हैं तो अखिलेश ने कहा, "चुनाव के बाद सब कुछ तय होगा. पूर्व में भी कई बार चुनाव के बाद तय हुआ है कि क्या होगा."
2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों का चेहरा कौन होगा, इसके जवाब में अखिलेश यादव का कहना था कि जितने भी दल हैं पहले सीटें तो जीत जाएं, उसके बाद तय होगा कि आगे क्या होगा. चुनाव चेहरे पर नहीं मुद्दे पर लड़े जाते हैं. इस इंटरव्यू में अखिलेश से ये भी पूछा गया कि क्या उनके पिता मुलायम सिंह पीएम की रेस में हैं तो इस सवाल के जबाव में भी अखिलेश ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया. उन्होंने बार बार कहा है कि अभी ऐसी कोई बात नहीं है.
पीएम की रेस में खुद की उम्मीदवारी पर अखिलेश ने कहा, "मैं इस रेस में नही हूं इतना कह सकता हूं, मेरी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीट जीत सकूं."
आपको बता दें कि कल यानी बुधवार को जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के सीएम पद की शपथ लेने वाले हैं और इसमें ज्यादातर विपक्षी दलों के नेता शिरकत करने वाले हैं. इस शपथग्रहण समारोह में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रसे अध्यक्ष राहुल गांधी, बीएसपी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और अखिलेश यादव शरीक होंगे.
इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन भी शामिल होंगे. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेकर राव कुमारस्वामी से आज ही मिलने वाले हैं, ऐसे में ये उम्मीद कम है कि वो शपथग्रहण में शरीक होंगे. माना जा रहा है कि टीडीपी नेता के आने की वजह से चंद्रशेकर राव शपथग्रहण में शामिल नहीं होना चाह रहे हैं.
कुमारस्वामी के शपथग्रहण में विपक्षों दलों के इतने ज्यादा नेताओं के इकट्ठा होने से नए सिरे से एकजुटा तो दिख रही है, लेकिन नेता के सवाल पर भारी मतभेद हैं.