लखनऊ: अखिलेश यादव हैरान हैं और परेशान भी...कल तक जो उन्हें भगवान जैसा मानते थे  वैसे नेताओं को अब अखिलेश में सिर्फ़ बुराई नज़र आती हैं. अब तक समाजवादी पार्टी के तीन एमएलसी पार्टी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. इन सब ने योगी आदित्यनाथ की सेवा में एमएलसी से भी इस्तीफ़ा दे दिया है. अखिलेश कुछ समझ नहीं पा रहे हैं. वे अपने परिवार और पार्टी के अंदर लड़ रहे हैं और बाहर चट्टान की तरह मज़बूत बीजेपी से भी. इसीलिए तो ट्वीट कर अखिलेश ने लिखा, "पत्थर फेंको, MLC तोड़ो."


 


आज़म खान के कोटे से एमएलसी बनी सरोजिनी अग्रवाल का भी समाजवादी पार्टी में मन नहीं लगा. कुछ ही महीनों पहले उनहोंने मेरठ में मुलायम सिंह यादव मेडिकल कॉलेज शुरू किया था. अब वही सरोजिनी कह रही हैं "समाजवादी पार्टी में कार्यकर्ताओं के लिए सम्मान नहीं रहा."


'जिसका जलवा क़ायम है, उसका नाम मुलायम है'
एक दौर में यूपी के बच्चे बच्चे की ज़ुबान पर ये नारा था. इस नारे को लिखने वाले बुक्कल नवाब ने भी साइकिल की सवारी छोड़ दी. अब वे योगी गली गली, सबसे बड़े बाहुबली के नारे लगाते घूम रहे हैं. बुक्कल के बीजेपी में जाने पर अखिलेश ने इसे राजनैतिक भ्रष्टाचार बताया था. अभी तो कुछ और एमएलसी समाजवादी पार्टी छोड़ बीजेपी में जाने को बेक़रार हैं.