नई दिल्ली: आतंकी दुजाना के मारे जाने के बाद आतंकी संगठनों में उसे अपना बताने की होड़ मची हुई है. अब जम्मू कश्मीर में अलकायदा के चीफ मूसा ने दावा किया है कि दुजाना और उसके साथ मारा गया आरिफ जम्मू कश्मीर में अलकायदा के पहले शहीद हैं. इससे पहले दुजाना को जम्मू कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर बताया जा रहा था.

एनकाउंटर में मौत से पहले बोला दुजाना, कश्मीर में बिगड़े हालात के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार

मूसा का एक ऑडियो टेप सामने आया है. इस टेप में वह कह रहा है, ‘’हमारे दो साथी अबु दुजाना और आरिफ भाई पुलवामा के गांव में शहीद हो गए. अल्लाह इनकी शहादत कबूल करे और इनके मिशन को आगे ले जाने में हमारी मदद करे. दुजाना भाई ऐसे साथी थे जिन्होंने हमारे साथ आने का फैसला किया.’’

मूसा ने आगे कहा, ‘’जेहाद के पहले शहीद बनने का भाग्य भी इनको ही मिला है. हम इनके घरवालों को शहादत की मुबारकबाद देते हैं. ‘’

सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक साझा ऑपरेशन में लश्कर के कमांडर अबु दुजाना को उसी के बिल में घुसकर मौत के घाट उतार दिया था. अबु दुजाना A++ कैटेगरी यानी बेहद खतरनाक और मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की श्रेणी में था.


17 साल की उम्र में लश्कर में शामिल हो गया था दुजाना


करीब 7 सालों से कश्मीर में सक्रिय अबु दुजाना पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के गिलगिट का रहने वाला था. 27 साल का दुजाना 17 साल की उम्र में लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया था. साल 2013 में लशकर कमांडर अबू कासिम के मारे जाने के बाद दुजाना ने कश्मीर में लश्कर की कमान संभाली थी. दुजाना ज्यादा खतरनाक इसलिए हो गया था, क्योंकि वो दूसरे आतंकी संगठनों के साथ मिलकर कश्मीर में आतंक का नेटवर्क बना रहा था.