तिरुवनंतपुरम: केरल में चक्रवात ‘बुरेवी’ के शुक्रवार तक पहुंचने की आशंका के मद्देनजर राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. अधिकारियों ने स्थिति से निपटने के लिए 2000 से अधिक राहत शिविर खोले हैं और पांच दिसंबर तक तट पर मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं चक्रवात ‘बुरेवी’ को लेकर तमिलनाडु में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बात की और उन्हें केंद्र से हरसंभव मदद का भरोसा दिया.


मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मीडिया से कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चक्रवात से जुड़े मामलों पर चर्चा की है. हमने राज्य सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों के बारे में बताया है.


विजयन ने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वानुमान जताया है कि तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथनमथिट्टा, कोट्टायम, अलप्पुझा, इडुक्की और एर्णाकुलम जिलों में तीन से पांच दिसंबर तक भारी बारिश और तेज हवा चलेगी.


NDRF की 8 टीम केरल पहुंचीं


केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा है कि चक्रवात बुरेवी को देखते हुए 175 परिवारों के 697 लोगों को राहत शिविरों में भेज दिया गया है. 2489 अन्य कैंपों की पहचान की गई है. राज्य में एनडीआरएफ की 8 टीम पहुंच गई हैं. एयरफोर्स और नेवी रेस्क्यू और रिलीफ ऑपरेशंस के लिए तैयार हैं.


पीएम मोदी ने दिलाया हरसंभव मदद का भरोसा


इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को तमिलनाडु और केरल के मुख्यमंत्रियों से बात की. उन्होंने ‘बुरेवी’ के कारण इन राज्यों के कई हिस्सों में बन रहे हालात पर चर्चा की. पीएम मोदी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को केंद्र की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है.


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