कोलकाताः चक्रवाती तूफान ताऊते के बाद अब देश के पूर्वी तटीय क्षेत्रों में चक्रवात यास का खतरा मंडराने लगा है. बंगाल की खाड़ी में उठने वाला चक्रवाती तूफान यास ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में तबाही मचा सकता है. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बन गया है. यास के मद्देनजर उठाए जाने वाले विभिन्न कदमों पर चर्चा के लिए आज सुबह 10.30 बजे लालबाजार में एक संयुक्त समन्वय बैठक बुलाई गई.
बैठक कोलकाता के पुलिस कमिश्नर के नेतृत्व में आयोजित की गई थी. इस बैठक में अधिकारी बिनोद कुमार, ए आचार्य, गौतम रॉय, हरसिमन सिंह, जगमोहन, कर्नल पियूष दे, गुरमिंदर सिंह, अभिजीत पण्डे, अपूर्बा भौमिक, देबाशीष रॉय और कोलकाता पुलिस, केएमसी और सीईएससी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 24 मई 2021 को और सभी नोडल एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ कोलकाता पुलिस मुख्यालय में एक एकीकृत कमांड सेंटर स्थापित किया जाएगा. चक्रवात "यश" के शहर में आने की स्थिति में जनता की पीड़ा को कम करने के लिए सभी निवारक उपाय किए गए हैं.
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जी के दास ने कहा कि 26 मई की शाम ये चक्रवात पश्चिम बंगाल,ओडिशा और पड़ोसी देश के तटों की ओर बढ़ने की संभावना है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तटों पर 26 मई की सुबह से हवा की गति 90-100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की उम्मीद है. शाम तक यह और तेजी से बढ़ सकता है.
शनिवार को पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर एक निम्न दबाव वाला क्षेत्र बना. एक कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात के गठन का पहला चरण होता है, यह आवश्यक नहीं है कि सभी निम्न दबाव वाले क्षेत्र चक्रवाती तूफान में तब्दील होते हैं.