लखनऊ: जी हां! जो आप पढ़ने जा रहे हैं वो सही है. वहीं आपका आधार कार्ड नक़ली तो नहीं है? ऐसा हो भी सकता है. आप UAIDA के बेवसाइट पर जाकर अपना आधार कार्ड ज़रूर चेक कर लें.


पिछले ही महीने 81 लाख आधार कार्ड रद्द कर दिए गए थे. लेकिन क्यों? अब इस सवाल का जवाब आज यूपी की स्पेशल टास्क फ़ोर्स देगी. जो कई महीनों से इस मिशन पर काम कर रही थी.


एक ऐसे नेटवर्क का पता चला है जो फ़र्ज़ी आधार कार्ड बना रहा था. वो भी देश के कई राज्यों में, लेकिन पुलिस को इसकी भनक लगी यूपी में कुशीनगर के एक मामले से, जहाँ कुछ फ़र्ज़ी आधार कार्ड मिले. पता चला कुछ लोगों ने मिल कर एक एप्लिकेशन तैयार किया है, जिससे यूनिक आीडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के बेवसाइट में छेड़ छाड कर आधार कार्ड बनाये जा रहे हैं. यही एप्लिकेशन देश के कई शहरों में पहुँच चुका है. फ़र्ज़ी तरीक़े से लाखों आधार कार्ड बन चुके हैं. इन्हीं कार्डों से बैकों में खाते खुल गए. शक है कि लोगों ने कई कंपनियॉं भी बना डालीं. नोटबंदी के बाद ये खेल ख़ूब हुआ. एसटीएफ़ के एक बड़े अफ़सर ने बताया कि ऐसे आधार कार्ड से देश की सुरक्षा को ख़तरा हो सकता है.


यूपी एसटीएफ़ के आईजी अमिताभ यश ने ABP न्यूज़ को बताया कि असली आधार कार्ड 12 अंकों के होते हैं लेकिन फ़र्ज़ी वाले में अधिकतर में एक डिजीट ज़्यादा मिला. इस खबर के पढ़ने के साथ ही सबसे आप अपने आधार कार्ड का अंक देखें. कहीं ये 12 अंकों से ज्याता तो नहीं है.