अलीगढ़अअलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकी बनने की खबर के बाद पीएचडी छात्र मन्नान वानी को निकाल दिया है. मन्नान वानी बीते पांच साल से यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहा था. वानी जिऑलॉजी में पीएचडी कर रहा था.


मन्नान वानी के आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ने की खबर के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में छापेमारी की गई.  26 साल का मन्नान वानी जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में लोलाब का रहने वाला है और  कुछ दिन से लापता था.


कल सोशल मीडिया पर एके-सैंतालीस के साथ उसकी तस्वीर और आतंकी बन जाने की खबर वायरल हुई थी. वानी यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमफिल करने के बाद जिऑलजी में पीएचडी कर रहा था. 26 साल का मन्नान वानी कुछ दिन से लापता था. अचानक फेसबुक पर एके राइफल के साथ फोटो अपलोड हुई. ये एलान भी हुआ कि उसने हिज्बुल ज्वाइन कर ली है.


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मन्नान के पिता लेक्चरर और भाई इंजीनियर है. मन्नान की दसवीं की पढ़ाई लोलाब के जवाहर नवोदय विद्यालय से हुई है. सोशल मीडिया पर तस्वीर होने के बाद मन्नान की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में लगी है कि आखिर पीएचडी कर रहा छात्र पढ़ाई छोड़कर आतंकी कैसे बन गया?


यूपी सरकार का बयान


सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद का कहना है कि यह बेहद गंभीर मामला है और इसमें गहराई से छानबीन कराए जाने की जरूरत है. उनके मुताबिक़ यूपी में देशद्रोहियों के लिए कोई जगह नहीं है.


हालांकि उन्होंने यह साफ़ कर दिया कि जांच के दायरे में सिर्फ शोध छात्र मन्नान ही रहेगा और पूरी युनिवर्सिटी की जांच नहीं कराई जाएगी. इलाहाबाद में मीडिया से बात करते हुए डिप्टी सीएम केशव ने कहा कि जांच में ही यह साफ़ हो सकेगा कि शोध छात्र के आतंकी होने की खबर में कितनी सच्चाई है. अगर वह गलत है तो इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी.