एक्सप्लोरर
Advertisement
रोहिंग्या मुस्लिम के मुद्दे पर बोलीं CM ममता, ‘सभी आम लोग आंतकवादी नहीं’
ममता ने कहा है कि यदि कोई आतंकवादी वहां है, तो सरकार को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन आम लोगों को इसकी सजा नहीं दी जानी चाहिए.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को जोर देकर कहा कि सभी रोहिंग्या आतंकवादी नहीं हैं. उधर केंद्र सरकार अपने इस रुख पर कायम है कि इनमें से कुछ पाकिस्तानी आतंकवादी समूहों से जुड़े हो सकते हैं और इन सभी को वापस भेजा जाएगा.
ममता ने कहा, "सभी आम लोग आतंकवादी नहीं हैं. कुछ आतंकवादी हो सकते हैं और उन्हें आतंकवादियों के रूप में माना जाएगा. आतंकवादियों और आम लोगों के बीच में एक अंतर है. हर समुदाय में अच्छे और बुरे लोग हो सकते हैं, लेकिन एक समुदाय एक समुदाय होता है."
SC में केंद्र- ‘रोहिंग्या शरणार्थियों का देश में रहना गैरकानूनी’, अब 3 अक्टूबर को होगी सुनवाई
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वह रोहिंग्या के मुद्दे पर हस्तक्षेप न करे क्योंकि उन्हें निर्वासित करना एक नीतिगत निर्णय है और उनमें से कुछ पाकिस्तानी आतंकवादी समूहों से जुड़े हो सकते है. गृह राज्य मंत्री किरिन रिजिजू ने सोमवार को कहा कि सरकार का रोहिंग्या शरणार्थियों को निकालना देश के हित में है. लेकिन, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा, "इसका अंजाम निर्दोष लोगों द्वारा नहीं भुगता जाना चाहिए."
उन्होंने कहा, "यदि कोई आतंकवादी वहां है, तो सरकार को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन आम लोगों को इसकी सजा नहीं दी जानी चाहिए. यह मानवता है. यदि आम लोगों को भुगतना पड़ेगा तो मानवता को भी भुगतना पड़ेगा."
ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से शरणार्थियों की सूची तैयार करने को कहा है. उन्होंने कहा ,"उन्होंने (केंद्र सरकार) हमें बच्चों और अन्य लोगों को सूचीबद्ध करने और निर्वासन के लिए सूची भेजने के लिए कहा है. हमारा बाल आयोग इससे सहमत नहीं है."
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
IPL Auction 2025
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
चुनाव 2024
महाराष्ट्र
टेलीविजन
यूटिलिटी
Advertisement
कमर आगाअंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार
Opinion