केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान इन दिनों हजारों की संख्या में दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को भी किसानों और केंद्र सरकार के बीच बातचीत बेतनतीजा ही रही. किसान नेताओं ने सरकार के प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया.
किसान आंदोलनों को कई संगठनों का मिला समर्थन
किसानों के इस आंदोलन को कई संगठनों से समर्थन भी मिला है. इस बीच खबर है कि ऑल इंडिया मोटर्स एसोसिएशन भी किसानों के विरोध प्रदर्शन के समर्थन में आ गई है. हालांकि दिल्ली ऑटो, टैक्सी संगठन ने कहा है कि वह किसानों के समर्थन में हड़ताल पर नहीं जाएंगे.
दिल्ली ऑटो टैक्सी संगठन ने हड़ताल नहीं करने की पुष्टि की
दिल्ली ऑटोरिक्शा यूनियन और दिल्ली प्रदेश टैक्सी यूनियन के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा, 'हम पूरे देश की तरह आंदोलन कर रहे किसानों के साथ हैं. लेकिन मैं साफ करना चाहूंगा कि दिल्ली ऑटोरिक्शा और टैक्सी ड्राइवर हड़ताल पर नहीं जाएंगे. हमारे पास पहले से ही चार महीनों से काम की कमी है और अब हड़ताल पर जाना हम अफॉर्ड नहीं कर सकते हैं.'
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