AIMPLB Attack On BJP: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने बीजेपी शासित केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा मदरसों को कथित रूप से निशाना बनाए जाने पर चिंता व्यक्त की है. बोर्ड ने भाजपा की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. बोर्ड ने आरोप लगाया है कि अलग-अलग राज्यों की बीजेपी सरकारें मदरसों के पीछे पड़ी है. मदरसा से जुड़े लोगों को तंग किया जा रहा है. बोर्ड ने पूछा, “मठ, गुरुकुल और धर्मशालाओं जैसे अन्य धार्मिक संस्थानों पर भी यही नियम लागू क्यों नहीं होते जो मदरसों पर किए जा रहे हैं.”
AIMPLB के महासचिव मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने एक बयान में आरोप लगाया कि ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से प्रभावित एक पार्टी की केंद्र और कुछ राज्यों की सरकारें अल्पसंख्यकों, खासकर मुस्लिम समुदाय के प्रति नकारात्मक रुख अपना रही हैं. उन्होंने कहा, “जब एक खास विचारधारा से प्रभावित पार्टी सत्ता में आती है, तो उससे यह उम्मीद की जाती है कि उसका दृष्टिकोण निष्पक्ष और संविधान के दायरे में होगा.’’
'प्रधानमंत्री की बातों पर भी उनके कार्यकर्ता नहीं देते ध्यान'
रहमानी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद संसद और अन्य जगहों पर कानून-व्यवस्था के महत्व को रेखांकित किया है, लेकिन उनकी पार्टी के नेता ही इसे मानते नजर नहीं आ रहे हैं. भाजपा शासित विभिन्न राज्य सरकारों का रवैया इसके उलट है. कोई भी इन पर ध्यान देता नहीं दिख रहा है."
'मदरसों के पीछे पड़ी हैं यूपी और असम सरकारें'
गुरुवार को जारी अपने बयान में रहमानी ने आरोप लगाया, ‘‘असम और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकारें (नियमों के) बेहद मामूली उल्लंघनों पर मदरसों के पीछे पड़ी हैं. मदरसों को बंद करके, उन्हें ध्वस्त करके और यहां तक कि मदरसों और मस्जिदों में काम करने वाले लोगों को बिना किसी कारण के आतंकवादी बताकर उन्हें परेशान किया जा रहा है. ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं.’’
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