ईद को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील, कहा- सादगी से मनाएं त्योहार
खालिद सैफुल्लाह रहमान ने कहा कि जो दूसरे गरीब मुसलमान हैं और जो नए कपड़े नहीं खरीद सकते, उनके साथ इसके ज़रिए दिलदारी होगी. उनकी मुश्किलों में हम शामिल होंगे.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के बीच चंद रोज़ बाद दुनियाभर में ईद मनाई जाएगी. इस बार ईद पहले से बेहद अलग होगी. हिंदुस्तान में भी इस महामारी के बीच मनाई जाने वाली ईद को लेकर कई तरह की चिंताएं हैं. ऐसे में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमान ने मुसलमानों से खास अपील की है.
खालिद सैफुल्लाह रहमान ने मुसलमानों से गुज़ारिश की है कि इस बार ईद सादगी के साथ मनाएं. इस दौरान उन्होंने कहा, "मुसलमान भाई-बहनों से एक गुजारिश करता हूं कि इस बार रमज़ान का महीना एक खास सूरत-ए-हाल के साथ आया है. इस सूरत-ए-हाल में दो तीन बातें बहुत ज़रूरी हैं."
खालिद सैफुल्लाह रहमान ने कहा, "इस बार हम सादगी के साथ ईद मनाएं. नए कपड़े नए जूते खरीदने की बजाय, जो पहले के कपड़े हैं, उन्हीं कपड़ों में हम ईद करें." मौलाना खालिद सैफुल्लाह ने सादगी से ईद मनाने के कई फायदे भी गिनाएं.
खालिद सैफुल्लाह रहमान ने कहा कि जो दूसरे गरीब मुसलमान हैं और जो नए कपड़े नहीं खरीद सकते, उनके साथ इसके ज़रिए दिलदारी होगी. उनकी मुश्किलों में हम शामिल होंगे. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि जब लोगों के ये पैसे बचेंगे तो जो गरीब और ज़रूरतमंद लोग हैं, उनपर ये पैसे खर्च किए जा सकेंगे.
उन्होंने ये बात भी कही कि लोग अगर दुकानों में खरीदारी करने जाते हैं, तो सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन नहीं कर पाएंगे और इसका नतीजा ये होगा कि कोरोना वायरस एक दूसरे में फैलेगा. आपको बता दें कि मुसलमानों का पवित्र महीना रमज़ान अब चंद रोज़ में खत्म होने वाला है. 24 या 25 मई को ईद मनाई जा सकती है.