मिशन 2019: पूर्वोत्तर के राज्यों को लेकर ये है बीजेपी का प्लान!
अमित शाह ने कहा, ‘‘बीजेपी नीत नेडा पांचों राज्यों में सत्ता में है. लेकिन मुझे विश्वास है कि आगामी दिनों में गठबंधन पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी आठ राज्यों में सत्ता में होगा.''
नई दिल्ली: बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यों को देखते हुए इसके सहयोगी नेडा जल्द ही पूरे क्षेत्र में सत्ता पर काबिज होंगे. पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए बिगुल बजाते हुए शाह ने यह बात कही. अमित शाह छह दलों के पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे जिसमें पांच राज्यों असम, मणिपुर, सिक्किम, अरूणाचल प्रदेश और नगालैंड के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया.
नेडा सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी नीत नेडा पांचों राज्यों में सत्ता में है. लेकिन मुझे विश्वास है कि आगामी दिनों में गठबंधन पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी आठ राज्यों में सत्ता में होगा.’’ वर्तमान में बीजेपी असम, मणिपुर और अरूणाचल प्रदेश में सत्ता में है जबकि नागालैंड और सिक्किम में इसके सहयोगियों की सरकार है.
तीन गैर नेडा राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. त्रिपुरा में चुनाव इस साल के अंत में होने वाले हैं जहां वामपंथी दल सत्ता में है. कांग्रेस शासित मिजोरम और मेघालय में अगले वर्ष की शुरुआत में चुनाव होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र शीर्ष प्राथमिकता में है. देश के संपूर्ण विकास के लिए आठों राज्यों में विकास आवश्यक है.
अमित शाह ने कहा, ‘‘पिछले तीन साल में पूर्वोत्तर क्षेत्र में मोदी सरकार के विकास कार्य कांग्रेस नीत सरकारों के पिछले 65 साल के काम से ज्यादा है.’’ उन्होंने कहा कि काम खत्म नहीं हुआ है बल्कि अभी शुरू हुआ है. क्षेत्र के लिए मोदी सरकार की कई पहल का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री हर 15 दिनों में आठों राज्यों में से किसी एक राज्य के दौरे पर जाते हैं. उन्होंने बांग्लादेश के साथ भूमि सीमा समझौते को पूर्वोत्तर के इतिहास में मील का पत्थर बताया और कहा कि सरकार क्षेत्र के संपूर्ण विकास के लिए प्रतिबद्ध है.
बीजेपी अध्यक्ष ने विश्वास व्यक्त किया कि नेडा की अगली बैठक में आठों मुख्यमंत्री गठबंधन के होंगे. नेडा के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह केवल राजनीतिक प्लेटफॉर्म नहीं है बल्कि पूर्वोत्तर के आठों राज्यों को एकजुट करने का सांस्कृतिक मंच है.’’ नेडा के संयोजक हेमंता बिस्व सरमा ने बताया कि यह तय है कि नवम्बर 2018 तक पूर्वोत्तर 'कांग्रेस मुक्त' हो जाएगा. नेडा की दिन भर चली बैठक में सुरक्षित सीमाएं, समग्र विकास और राष्ट्रीय एकता एजेंडा पर रहा.
सरमा ने बैठक में बताया कि पूर्वोत्तर के राज्यों ने सीमा, कानून और व्यवस्था जैसे विवादों को निपटाने के लिए नेडा मंच का उपयोग किया है. बीजेपी नीत नेडा में नगा पीपुल्स फ्रंट, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरूणाचल, असम गण परिषद् और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट शामिल हैं.