नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना संकट पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में आम आदमी पार्टी, बीजेपी, कांग्रेस और अन्य दलों के नेता शामिल हुए. बैठक में कांग्रेस ने दिल्ली के बाजार बंद करने का विरोध किया है. वहीं बीजेपी ने खराब मैनजमेंट और अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाने का मुद्दा उठाया.


बीजेपी नेता आदेश गुप्ता ने कहा, "बैठक में हमने कहा कि दिल्ली सरकार को प्रोएक्टिव अप्रोच होकर काम करना चाहिए था वो उन्होंने नहीं किया. आज से 3 महीने पहले जब गृह मंत्री ने टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई थी तब अगर ये इस चीज को लगातार करते तो आज दिल्ली में जो तीसरी लहर आई है उसमें जनता को परेशानी नहीं होती."


"हमें राजनीति नहीं, सेवा करनी चाहिए"
बैठक के बाद दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मैंने सभी पार्टी से कहा कि दिल्ली के लोगों के लिए यह समय बहुत कठिन है जब कोरोना ​​के मामले बहुत ही बढ़ रहे हैं. इस समय हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए, बल्कि इस समय हमें लोगों की सेवा करनी चाहिए. इस बात पर सभी पार्टियों ने सहमति रखी."


वहीं सर्वदलीय बैठक के बाद आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली में रोजाना आरटीपीसीआर जांच की संख्या 18,000 से बढ़ाकर 27,000 कर दी जाएगी. आप विधायक ने कहा, कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए बाजार बंद करने के बारे में निर्णय लेने से पहले मुख्यमंत्री केजरीवाल बाजार संघों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे.





दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति गंभीर


दिल्ली में 28 अक्टूबर के बाद से कोविड-19 के नए मामलों में काफी तेजी दर्ज की गई है. 28 अक्टूबर को रोज सामने आने वाले मामलों का आंकड़ा पहली बार 5,000 के पार कर गया था. 11 नवंबर को यह संख्या 8,000 का आंकड़ा पार कर गई थी.


दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति गंभीर बनी हुई है. मामलों में ताजा बढ़ोतरी के बाद दिल्ली के सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में अब केवल 9 प्रतिशत आईसीयू बेड वेंटिलेटर के साथ बचे हुए हैं, जो कि गंभीर बीमारी वाले रोगियों के लिए बेहद जरूरी हैं. गंभीर मरीजों के अलावा मध्यम लक्षणों वाले रोगियों को अस्पतालों में भर्ती होने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं गैर-कोविड मरीजों के लिए तो राजधानी के अस्पताल में बेड पाना और भी मुश्किल है.


देश में कोरोना मामलों में 2 दिन में 50 फीसदी की बढ़ोतरी
देश में मंगलवार को दर्ज किए गए कोरोना मामलों में 50 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ गुरुवार को पिछले 24 घंटों में 45,576 मामले सामने आए. इसके बाद देश में कुल मामलों की संख्या 89,58,483 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 585 मौतें हुईं, जो पिछले दिन से 24 फीसदी ज्यादा थीं. अब देश में कोविड-19 से मरने वालों की कुल संख्या 1,31,578 हो गई है. वहीं एक्टिव मामलों की संख्या 4,43,303 है और 83,83,602 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं.


इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के आंकड़ों से पता चला है कि दैनिक मामलों में बढ़ोतरी का एक कारण 10,28,203 नमूनों का परीक्षण है, जो लंबे सप्ताहांत के बाद बुधवार को किए गए.


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