सर्वदलीय बैठक में शिवसेना नेता, पीएम मोदी और अमित शाह के बीच कुछ इस तरह हुई बातचीत कि अब ये चर्चा होने लगी है?
बातचीत की शुरुआत आरपीआई के नेता रामदास अठावले ने की. अठावले ने शिवसेना नेता विनायक राऊत को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि प्रधानमंत्री जी महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए कुछ तो करिए.
नई दिल्ली: दिल्ली में सर्वदलीय बैठक के दौरान कुछ ऐसा घटा जिसने सवाल खड़े कर दिए कि क्या शिवसेना अभी भी बीजेपी के साथ सरकार बनाना चाहती है और अपनी बातें मनवाने के लिए दबाव की राजनीति भर कर रही है? दरअसल इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आमना-सामना शिवसेना नेता विनायक राऊत से हो गया.
संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है. इससे पहले सरकार सभी दलों के साथ सत्र के सुचारू रूप से संचालन के लिए बैठकें कर रही है. ऐसी बैठक संसदीय कार्य मंत्री पहलाद जोशी ने बुलाई थी. सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे थे. बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सामना शिवसेना नेता विनायक राऊत से हो गया. उनके साथ आरपीआई के नेता रामदास अठावले भी थे. सरकार की सर्वदलीय बैठक के बाद जब सभी नेता बैठक से निकल रहे थे उसी समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के सामने शिवसेना नेता विनायक राऊत और आरपीआई के नेता रामदास अठावले बातें करने लगे. बातचीत की शुरुआत आरपीआई के नेता रामदास अठावले ने की. अठावले ने शिवसेना नेता विनायक राऊत को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि प्रधानमंत्री जी महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए कुछ तो करिए. इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुस्कुराए और कहा कि "आज बालासाहेब ठाकरे की पुण्यतिथि है वे बहुत महान नेता थे', और आगे की तरफ बढ़ गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़े ही थे कि शिवसेना नेता विनायक राऊत ने गृहमंत्री अमित शाह की तरह मुखातिब होते हुए कहा "सरकार बनाना तो अमित जी के हाथ में है". इस पर अमित शाह मुस्कुराए लेकिन कुछ नहीं बोले. तभी आरपीआई नेता रामदास अठावले ने गृह मंत्री अमित शाह से कहा "अमित भाई आप कोशिश करेंगे तो महाराष्ट्र में सरकार बन जाएगी". इस पर अमित शाह ने कहा "आप चिंता मत कीजिए सब ठीक होगा".
सूत्रों के मुताबिक चलते चलते हुई इस बातचीत से महाराष्ट्र में सरकार बनाने का रास्ता खुल सकता है, ऐसा कहना मुश्किल है. लेकिन नहीं खुलेगा यह भी नहीं कहा जा सकता. इस बीच संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने साफ कर दिया कि "शिवसेना अब विपक्ष की भूमिका में आ चुकी है और जानकारी एनडीए के पूर्व घटक दल के तौर पर उनको दे दी गई थी राज्यसभा और लोकसभा में शिवसेना की शूटिंग व्यवस्था भी बदल दी गई है और अब शिवसेना विपक्ष के नेताओं के साथ बैठेगी".
इससे पहले आज सुबह महाराष्ट्र के निवर्तमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिव सेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के समर्थन में ट्वीट किए. हम आपको बता दें कि शिव सेना के संस्थापक बाला साहब ठाकरे की आज पुण्यतिथि है. अब सवाल ये उठता है कि बाला साहेब ठाकरे की पुण्यतिथि पर संसद भवन में हुई इस घटना के बाद शिवसेना अपने रुख में बदलाव करेगी या फिर वह अपनी जिद पर अड़ी रहेगी. या बीजेपी एक कदम आगे जाकर शिवसेना के साथ सरकार बनाने की कोशिश करेगी ?