All Party Meeting: संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सरकार द्वारा रविवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में अधिकतर विपक्षी दलों ने पेगासस जासूसी विवाद, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर चर्चा किए जाने की मांग की. इस बैठक में पीएम मोदी नहीं शामिल हुए. बैठक के दौरान पीएम मोदी को नहीं देखने के बाद विपक्षी सदस्यों ने इस मामले पर सवाल पूछा. जिसके बाद केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्षी सांसदों के सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक में पीएम के पाने की परंपरा उन्होंने ही शुरू की थी. उन्होंने बताया कि पहले केवल संसदीय कार्य मंत्री ही बैठक करते थे इस बार पीएम नहीं आ पाए.
बैठक के दौरान प्रल्हाद जोशी ने कहा, ''हमने कहा है कि हम हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार हैं. लेकिन हमने विपक्ष से आग्रह किया है कि वो सदन को चलने दें. सर्वदलीय बैठक में पीएम के पाने की परंपरा मोदी जी ने ही शुरू की थी, पहले केवल संसदीय कार्य मंत्री ही बैठक करते थे, इस बार पीएम नहीं आ पाए.''
बैठक में हुई चर्चा की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि विपक्षी नेताओं ने पश्चिम बंगाल सहित कुछ राज्यों में सीमा सुरक्षा बल के विस्तारित अधिकार क्षेत्र का मुद्दा भी उठाया. ऐसा बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं-सुदीप बंदोपाध्याय और डेरेक ओ ब्रायन ने लाभकारी सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश और न्यूनतम सर्मथन मूल्य पर कानून लाने का मुद्दा भी उठाया.
परंपरागत रूप से संसद सत्र की शुरुआत की पूर्व संध्या पर होने वाली बैठक में उपस्थित प्रमुख विपक्षी नेताओं में कांग्रेस से मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी और आनंद शर्मा, द्रविड़ मुनेत्र कषगम से टीआर बालू और तिरुचि शिवा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से शरद पवार, शिवसेना से विनायक राउत, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, बहुजन समाज पार्टी से सतीश मिश्रा, बीजू जनता दल से प्रसन्ना आचार्य और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला शामिल थे.